गृह मंत्रालय ने अम्फान तूफ़ान (Amphan Cyclone) को लेकर चेतावनी जारी की है और कहा है कि अभी इसके और आक्रामक होने की आशंका है। ये अब एक ‘सुपर साइक्लोन’ में बदल जाएगा। सोमवार (मई 18, 2020) की शाम से इसके और खतरनाक होने की आशंका है, जिसके बाद ये और ज्यादा तबाही मचा सकता है। बांग्लादेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाक़ों में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि साउथ बे ऑफ बंगाल के ऊपर अम्फान की गति तीव्र हो गई है और ये एक खतरनाक चक्रवात में तब्दील हो रहा है। पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाक़ों के लिए तो अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। एनडीआरएफ के डीजी एसएम प्रधान ने बताया कि 20 टीमें ओडिशा और पश्चिम बंगाल में तैनात कर दी गई हैं। इसके अलावा 17 टीम को स्टैंडबाई पर रखा गया है। ओडिशा इससे पहले भी फोनी तूफान से सफलतापूर्वक निपट चुका है।
‘The India Meteorological Department (IMD)’ ने सिक्किम असम और मेघालय में मई 21 तक भारी बारिश की चेतावनी भी दी है। NDRF ने कहा है कि वो स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और कोविड-19 संक्रमण आपदा को देखते हुए अम्फान चक्रवात (Amphan Cyclone) से निपटना एक दोहरी चुनौती बन गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों के साथ बैठक कर ख़ुद स्थिति की समीक्षा करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 4 बजे बैठक में अम्फान चक्रवात (Amphan Cyclone) से निपटने की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। आईएमडी के डायरेक्टर जनरल मृत्युंजय महापात्रा ने कहा कि ये चक्रवात ओडिशा के उत्तरी हिस्से को ज्यादा प्रभावित करेगा। जगतसिंहपुर, केंद्रपारा, भद्रक और बालासोर में भारी बारिश होगी क्योंकि ये सभी तटीय इलाक़े वाले जिले हैं। ये चक्रवात फिलहाल 13 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से गतिशील है। ओडिशा ने अपने 12 जिलों के प्रशासन को पूरी तरह तैयार रहने को कहा है।
हल्दिया बंदरगाह पर माल की लोडिंग और अनलोडिंग को बंद कर दिया गया है। पूर्वी मिदनापुर जिला प्रशासन का कहना है कि इससे निपटने के सारे उपाय कर लिए गए हैं। तटरक्षक अधिकारियों का कहना है कि एक भी व्यक्ति की जान न जाए, इसीलिए मत्स्य विभाग से समन्वय बना कर काम किया जा रहा है। तमिलनाडु का पम्बन पोर्ट भी खतरे की जद में आ गया है। अंडमान-निकोबार में भी बारिश की सम्भावना है।
#Amphan named and intensifying, very close to Cyclone status. Expected to rapidly intensify into a powerful and extremely dangerous major cyclone. India, Bangladesh and Myanmar just closely monitor the progress of this system. This is a dangerous and life threatening situation. pic.twitter.com/hcykS5SkFo
— Indo-Pacific Tropical Cyclone Warning Center (@warning_center) May 16, 2020
ओडिशा में भारी बारिश के साथ अब तेज़ गति से हवाएँ भी चलेंगी। इस चक्रवात का केंद्र फिलहाल ओडिशा के पारादीप से 790 किलोमीटर दक्षिण, पश्चिम बंगाल के दीघा से 940 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम और बांग्लादेश के खेपुपारा से 1060 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में स्थित है। आशंका जताई गई है कि मई 20 तक ये बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल की सीमा को पार कर जाएगा। तब ये 185 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से तूफ़ान पैदा करने की ताक़त रखता है।
20 मई को ही ये तूफ़ान (Amphan Cyclone) हतिया/दीघा से होकर गुजरेगा। तब इस तूफान के दायरे में ज्यादातर पश्चिम बंगाल के हुगली, साउथ और नॉर्थ 24 परगना, ईस्ट और वेस्ट मिदनापुर और कोलकाता जिले रहेंगे। सरकार ने मछुआरों को भी चेताया है कि वो अगले 3 दिनों तक बंगाल की खाड़ी या पश्चिम बंगाल-ओडिशा के तटवर्ती इलाक़ों में न जाएँ। जो मछुआरे समुद्र में हैं, उन्हें भी तत्काल लौटने के लिए कह दिया गया है।
#CycloneAmphan: 10 NDRF teams deployed in 7 districts of Odisha | https://t.co/mWCYcJOOLQ pic.twitter.com/vclTyFLqEP
— Economic Times (@EconomicTimes) May 17, 2020
तूफानी अम्फान चक्रवात (Amphan Cyclone) अपने साथ धूल-मिट्टी लेकर नहीं आएगा। ये तटीय क्षेत्रों से आने वाले तूफानों में से एक है, जो अपने साथ नमी लेकर आता है। इसमें इतनी ज्यादा नमी है कि ये जहाँ भी जाएगा, वहाँ तेज हवा के साथ भारी बारिश होनी तय है। साथ ही वायु की गति भी अत्यधिक हो जाती है। तमिलनाडु में भी भारी बारिश हुई है, जहाँ रामेश्वरम में कई मछुआरों की नावें क्षतिग्रस्त हो गईं। वहीं केरल में भी भारी बारिश हुई।