प्रोफेसर बद्री नारायण, जो सुहेलदेव और भगवान श्रीराम को मिथक बता चुके हैं। प्रोफेसर तेज प्रताप सिंह, जिन पर नक्सली हिंसा के लिए सुरक्षा बलों को जिम्मेदार ठहराने का आरोप है। दोनों MGCUB के कुलपति की रेस में शामिल।
इस विश्वविद्यालय की स्थापना 'राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली' की सरकार ने ही किया था। लेफ्ट से जुड़े छात्रों ने AUD की एडमिशन नीति को लेकर ऑनलाइन विरोध प्रदर्शन भी किया।
यदि दुराग्रही वामपंथियों के प्रपंच में उलझे बिना देखें, तो दक्षिणपंथ कहीं ज्यादा तार्किक और समाधान का हिस्सा है, लेकिन 'नेहरु घाटी सभ्यता' के दौरान पैदा हुए विचारकों ने कभी किसी को यह सोचने का मौका ही नहीं दिया कि उनके अलावा भी कोई दूसरी विचारधारा इस पृथ्वी पर हो सकती है और उनसे कहीं ज्यादा बेहतर हो सकती है।