वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोग आश्चर्य व्यक्त कर रहे हैं कि दिनदहाड़े पत्रकार के पीटे जाने के बाद भी बात-बे-बात पर शोर मचाने वाली लिबरल गैंग मौन है क्योंकि यहाँ शासन कॉंग्रेस का है, सत्ता में कमलनाथ और आरोपित कॉन्ग्रेस नेता गोविंद सिंह.......
लक्ष्मण सिंह ने मीडिया सवालों का जवाब देते हुए कहा कि ऐसे काण्ड हजारों साल से चले आ रहे हैं। पहले भी महिलाओं का उपयोग सत्ता पाने के लिए युद्ध में होता था। हालाँकि, मोहपाश में फँसाकर सरकारी ठेके हासिल करने के लिए महिलाओं का इस्तेमाल सरासर गलत है।
प्रदेश के शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कहा कि 100 फीसदी पटवारी रिश्वत लेते हैं। उन्होंने कलेक्टर से इन पर लगाम लगाने के लिए कहा और साथ ही शासकीय अधिकारियों और कर्मचारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई लापरवाही सामने आई तो कड़ी कार्रवाई होगी।
श्वेता की सहेली बरखा सोनी सेक्स रैकेट के रुपए को सुरक्षित रखने के लिए एनजीओ चलाती थी। बरखा नई दिल्ली में कॉन्ग्रेस मुख्यालय के बार-बार चक्कर लगाती थी। इसके सबूत उसके फेसबुक वॉल पर भरे हैं। कॉन्ग्रेस पार्टी के कई प्रमुख चेहरों के साथ उसकी तस्वीरें हैं।
कॉन्ग्रेस नेता मानक अग्रवाल के इस बयान को घटिया करार देते हुए यूजर्स सवाल कर रहे हैं कि यदि संघ के लोगों को शादी करनी चाहिए तो फिर कॉन्ग्रेस के राहुल गाँधी कौन सी दुल्हनिया का इंतजार कर रहे हैं?
इस मामले में मीडियाकर्मी हनी ट्रैप रैकेट के शिकार नहीं थे, बल्कि दलाल थे। मीडियाकर्मियों ने कथित तौर पर पीड़ित नौकरशाहों, मंत्रियों और रैकेट की सरगना श्वेता जैन के बीच सौदा करवाने में दलाल के तौर पर मदद की थी।
इंदौर की पहली पहली महिला एसएसपी रुचि वर्धन सिंह ने इस संबंध में बताया कि श्वेता और उसकी साथी आरती ने कॉलेज जाने वाली लड़कियों को फँसाकर, उन्हें मॉडर्न लाइफस्टाइल का लालच दिखाकर हनी ट्रैप गैंग में घसीटा था।
मामले की जाँच में जुटे एक अधिकारी के मुताबिक इस जाल में फँसे अधिकारियों की पहचान वीडियो क्लिप देखकर की जा रही है और बिना उनकी वरिष्ठता एवं पद का लिहाज किए उन्हें अब कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा।
"कॉन्ग्रेस को अहसास था कि वो चुनाव में हार जाएगी, इसलिए उन्होंने प्रक्रिया ही बदल दी। कॉन्ग्रेस खरीद-फरोख्त और जोड़-तोड़ करके चुनाव जीतना चाहती है। कॉन्ग्रेस का यह फैसला पराजय के भय से लिया गया फैसला है।"
"मैं आपके बीच किसी राजनेता के रूप में नहीं, बल्कि आपके परिवार के सदस्य होने के नाते आया हूँ। मैं आपको पूर्ण विश्वास दिलाता हूँ, आपके हक और न्याय की लड़ाई ज्योतिरादित्य सिंधिया लड़ेगा। फसल हानि के साथ जनहानि हो, पशुधन हानि हो, या मकान की हानि हो। हर एक व्यक्ति को पूर्ण रूप से मुआवजा दिलाना ही मेरा लक्ष्य रहेगा।”