कोरोना वायरस की वजह से दुनियाभर में पिछले दो महीनें में पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (PPE) किट की माँग तेजी से बढ़ी है। जिसको देखते हुए भारत ने इसके प्रोडक्शन में इतनी तेज़ी से काम किया कि आज भारत दुनिया में चीन के बाद पीपीई किट बनाने वाला दूसरा देश बन गया है।
किसी भी प्रवासी में मोदी के विरोध जैसी कोई भावना नहीं थी। यहाँ तक कि कई लोगों की राय थी कि अगर मोदी पीएम नहीं होते तो देश की स्थिति और खराब हो सकती थी।
"गुजरात ने हमें सब कुछ दिया है, हम लौटेंगे।" वीडियो में 2:25 पर, कृष्णावती और एक अन्य प्रवासी श्रमिक को गुजरात की भूमि पर झुककर नमन करते हुए देखा जा सकता है जो उनकी आजीविका का स्रोत रहा है।
लक्ष्य दिल्ली-मुंबई में बैठे स्टॉक एक्सचेंज के खिलाड़ियों और आर्थिक बीट पर काम करने वाले पत्रकारों तक अपनी बात पहुँचाने का नहीं है, बल्कि उन्हें भी संबल देना है जो खाली पाँव, दहकते कंक्रीट पर, फफोलों के साथ निकल चुके हैं।
यह आत्म निर्भर भारत अभियान की अहम कड़ी के तैर पर काम करेगा। उन्होंने 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज की घोषणा की, जो कि भारत की जीडीपी का करीब दस प्रतिशत है।