विषय
Prashant Bhushan
प्रशांत भूषण पर सुप्रीम कोर्ट ने किया 1 रुपए का फाइन: अजीत भारती का वीडियो। Ajeet Bharti on Prashant Bhushan fined ₹1
सुप्रीम कोर्ट ने प्रशांत भूषण को अवमानना का दोषी मानते हुए ₹1 का फाइन लगाया है। ₹1 जमा न करने पर 3 महीने की जेल होगी और कोर्ट प्रैक्टिस भी नहीं कर पाएँगे।
प्रशांत भूषण के नहले पर सुप्रीम कोर्ट का दहला: कथित गाँधीवादी घेराबंदी बनाम ₹1 की इज्ज़त
यह फैसला देकर जजों ने अपनी सूझबूझ का परिचय तो दिया ही है, साथ ही किसी भी लोकतंत्र में नकारात्मक प्रेशर-ग्रुप्स को भी एक शानदार मैसेज दिया है कि वे कोर्ट को कोई हलवा न समझें।
₹1 जुर्माना भरने को प्रशांत भूषण तैयार, कहा- सुप्रीम कोर्ट की अवमानना करने के मकसद से नहीं किया था ट्वीट
प्रशांत भूषण ने कहा है कि वो यह जुर्माना भरेंगे और इसके ख़िलाफ़ पुनर्विचार याचिका भी दायर करेंगे।
प्रशांत भूषण ने माना वे हैं अवमानना के दोषी, खोखले आदर्शों का हवाला देने के बाद बेशर्मी से जुर्माना देने के लिए हुए सहमत
माफ़ी माँगने की बात पर मुकरने वाले प्रशांत भूषण महज 1 रुपया दंड के फैसले के फ़ौरन बाद खुद को बेशर्मी से अपराधी मानने को तैयार हो गए हैं।
₹1 दीजिए… वरना जेल जाइए: प्रशांत भूषण को सुप्रीम कोर्ट ने सुनाई सजा, पैसे जमा करने के लिए 15 सितम्बर तक का समय
सुप्रीम कोर्ट ने प्रशांत भूषण को उनके अवमानना वाले ट्वीट के मामले में 1 रुपए का जुर्माना लगाया है। दी है 15 सितम्बर तक की समय-सीमा।
क्या दो कौड़ी का आदमी ₹1 फाइन भर पाएगा? प्रशांत भूषण पर हुए फाइन पर लोगों ने लिए मजे
प्रशांत भूषण पर सुप्रीम कोर्ट ने एक रुपए का फाइन लगाया है। इसके बाद सोशल मीडिया में प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई है। ज्यादातर भूषण के मजे ले रहे हैं।
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता: उसकी कमीज मेरी कमीज़ से सफेद कैसे? लोकतंत्र के लिए ये दाग अच्छे नहीं
सुप्रीम कोर्ट तक की निंदा करने वाले क्या सच में 'अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता' के पक्षधर हैं? या फिर ये बुद्धिजीवी का नक़ाब ओढ़े हुए...
‘प्रशांत भूषण और राहुल गाँधी एक हो जाएँ’ – Pak मीडिया दोनों पर फिदा, दक्षिणपंथी ताकतों से लड़ने को उकसाया
Dawn के लेख में अधिवक्ता प्रशांत भूषण और पूर्व कॉन्ग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी की जम कर तारीफ करते हुए साथ मिल कर काम करने की सलाह दी गई।
बार एंड बेंच, लाइव लॉ करते हैं सुनवाई की गलत और एकतरफा रिपोर्टिंग: जस्टिस मिश्रा ने लगाई लीगल मीडिया पोर्टल्स को लताड़
जस्टिस मिश्रा ने कहा कि SC हमेशा आलोचना के लिए तैयार रहा है। मुकदमों की जिस तरह से लाइव रिपोर्टिंग की जाती है वह अक्सर एकतरफा होती है।
प्रशांत भूषण के पास 30 मिनट का और समय, अपनी टिप्पणी के जवाब में जो बयान दिया, वह ज्यादा अपमानजनक: SC
जस्टिस मिश्रा ने चेतावनी देकर छोड़ने के सवाल पर कहा कि जब प्रशांत भूषण यही नहीं मानते हैं कि उन्होंने कुछ गलत किया है तो फिर ऐसे में...