"जिन वायलों को कचरे की पेटी से बरामद किया गया था उनमें बैच नंबर के साथ ही उसे लगाने की तारीख भी दर्ज है। जो वायल्स कचरे के ढेर से मिले थे वो 20-75 फीसदी भरे थे।"
हाजी रफअत अली की अंतिम यात्रा में देख सकते हैं कि भीड़ कैसे बिना किसी सोशल डिस्टेंसिंग के खुली सड़क पर चल रही है और इनमें कइयों के मुँह पर मास्क तक नहीं है।
राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार कोरोना ड्यूटी में लगे कर्मचारियों की मौत पर भी लापरवाही कर रही है। लगभग 350 कर्मचारियों की मौत को राजस्थान की कॉन्ग्रेस सरकार सामान्य मौत मान रही है।
राजस्थान में एक बार फिर खाकी को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। सिपाही मनीराम पर कई बार बलात्कार करने का आरोप लगाकर एक महिला ने नहर में कूदकर आत्महत्या कर ली।