शेर मोहम्मद की लाश गाँव के पास ही एक पेड़ पर लटकी मिली। इस नए मोड़ की जाँच करती पुलिस ने प्रथम दृष्टया ये माना है कि आरोपित ने पुलिस की कार्रवाई के डर या पश्चाताप से आत्महत्या कर ली है।
यह कार्टून पूरी तरह से हिन्दुओं के प्रति घृणा से भरा कार्टून था। क्या उज्जैन में केवल हिन्दू ही रहते हैं? या फिर महाकाल की नगरी होने के कारण ऐसा किया गया?