जो मासूम ये तर्क देते पाए जाते हैं कि “हिंसा का इलाज हिंसा नहीं हो सकता”, वो क्यूट लोग अक्सर भूल जाते हैं कि हिटलर को रोकने के लिए हिंसा का ही इस्तेमाल करना पड़ा था।
लगातार धर्म की आड़ में आतंकियों को पालने वाले पाकिस्तान को अच्छे से यह बात मालूम है कि जो आतंक का बीज़ वो अपनी धरती पर लगाता है, उसकी जड़ें भी बनेंगी और वो फैलेंगी भी।
लोकनगर निवासी अजीत कुमार सीआरपीएफ की 115वीं बटालियन में तैनात थे। बीते गुरुवार की शाम वह जम्मू से श्रीनगर सीआरपीएफ के काफ़िले के साथ जा रहे थे। इस दौरान पुलवामा के अवंतीपोरा के गोरीपोरा में एक आतंकी ने विस्फोटक से भरी गाड़ी को जवानों की बस से टकरा दी।
पुलवामा हमले से 1 सप्ताह पहले ही ख़ुफ़िया विभाग ने दी थी चेतावनी। पाकिस्तान का बेतुका बयान। विशेष विमान से गाज़ियाबाद लाया जाएगा शहीदों का शव। अज़हर मसूद पर बदलेगा भारत का रुख। जानिए हमले से जुडी अन्य बड़ी बातें।
पकड़े गए आतंकी अबू बकर ने पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में ट्रेनिंग ली थी। अबू बकर ने मुंबई धमाकों के लिए आरडीएक्स लाने का काम किया था। उसने ईरान की एक महिला से दूसरी शादी कर रखी है।
अपनी मौत से पहले कश्मीर की बेटी इशरत मुनीर मिट्टी का क़र्ज़ अदा कर चुकी थी। कश्मीर को बचाने वालों में इशरत अकेली नहीं थी। सत्तर वर्षों से घाटी के राष्ट्रवादी मुस्लिमों ने कश्मीर में पाकिस्तान प्रायोजित आतंक को परास्त करने में भूमिका निभाई है।