Saturday, July 27, 2024

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Top 10 Year Ender

ऑपइंडिया टॉप 12: साल की वो खबरें जो वामपंथी मीडिया के नैरेटिव में नहीं आई फिट, हमने देश को पढ़ाया

2021 में भी हमने हर वह दरवाजा खटखटाया जिनकी आवाज मेनस्ट्रीम मीडिया ने दबाई। खबर का हर वह कोण रखा जो लिबरल मीडिया की लिस्ट में दूर-दूर तक नहीं था।

नीरज चोपड़ा का भाला, पद्मश्री भूरीबाई, The Quint की पत्रकार को रोहित शेट्टी की लताड़… 2021 की ऑपइंडिया टॉप 10

साल 2021 जाने को है। बात चाहे राजनीति गलियारों की हो या फिर मनोरंजन की दुनिया की… ऐसी तमाम चीजें घटित हुईं जिनके कारण यह साल याद रखा जाएगा।

गाँव में पैदा हुए ‘भारत रत्न’ और जीत का रिकॉर्ड बनाने वाले नेता… इंजिनियर से जो बना हीरो… 2020 में छोड़ गए यह दुनिया

राजनेता हों या गायक और अभिनेता, कई बड़े नाम 2020 में संसार से रुक्सत हुए। कई पसंदीदा फ़नकार या नेता 2020 में दुनिया छोड़ कर...

‘आधा लेह चीन ले, मोदी की माँ-बहन हो जाएगी’ और ‘अनुराग कश्यप ने सोफे पर धकेल पैंट खोल कर…’ – 2020 में ऑपइंडिया टॉप...

लिबरल मीडिया गिरोह द्वारा हिंदुओं को नीचा दिखाने, अनुराग कश्यप पर लगे रेप के आरोप और मो. रफी द्वारा 5 साल की बच्ची के साथ रेप...

लड़की से बाल कटवाते हैं मोदी, गोमूत्र पीकर रामदेव बीमार: कॉन्ग्रेसी-वामपंथियों ने पूरे साल चलाया फेक न्यूज

फेक न्यूज के जरिए सोशल मीडिया पर लोगों को जम कर बरगलाने और भड़काने का काम किया गया। हम सब फर्जी ख़बरों के झाँसे में आकर...

नंगा कर एकता के किए टुकड़े, प्रिया को बेटी संग घर में ही गाड़ा: 2020 में ग्रूमिंग जिहाद (लव जिहाद) की टॉप 10 घटनाएँ

इस साल ग्रूमिंग जिहाद के कई ऐसे मामले सामने आए, जिसने न केवल हिंदू धर्म के ख़िलाफ़ घृणा को उजागर किया बल्कि इंसानियत को भी...

ऑपइंडिया टॉप 10: वो नेगेटिव चेहरे जिन्होंने 2019 में केवल ग़लत वजहों से बनाई सुर्खियाँ

इन 10 चेहरों को देख लीजिए। इन्होंने 2019 में नकारात्मकता, जातिवाद, डर और तानाशाही का कारोबार किया है। ऑपइंडिया लेकर आया है उन 10 लोगों के नाम, जिन्होंने पूरे 2019 में केवल बुरे कारणों से ही सुर्खियाँ बनाईं। कइयों को जनता ने इस साल करारा सबक सिखाया।

ऑपइंडिया टॉप 10: नृशंस अपराधों की दस खबरें जिसने पूरे देश को हिला दिया (वामपंथियों के फर्जी नैरेटिव शामिल नहीं)

ऑपइंडिया ले कर आया है इस वर्ष की नृशंस अपराधों की टॉप-10 ख़बरें, जिन्हें वामपंथी मीडिया ने छिपाने की भरसक कोशिश की। ये ऐसी ख़बरें हैं, जिन्हें मीडिया के एक वर्ग ने छिपाना चाहा। साल की ऐसी सभी 10 ख़बरों को आप एक साथ यहाँ पढ़ सकते हैं।

ऑपइंडिया टॉप 10: अतिथि लेखकों के दस आलेख जो साल भर सबसे ज्यादा चर्चा में रहे

ऑपइंडिया ने एक साल पूरे किए और लगभग 10,000 लेख हमने खबरों, विचार और विश्लेषण के रूप में आप तक पहुँचाया। लेकिन इसमें सिर्फ ऑपइंडिया की सम्पादकीय टीम का ही योगदान नहीं रहा, बल्कि पाठकों में से भी कई लोगों ने अपने लेखों और विश्लेषणों से हमारे प्लेटफ़ॉर्म को बेहतर बनाया। उन सभी का शुक्रिया, बार-बार धन्यवाद!

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