शेर मोहम्मद की लाश गाँव के पास ही एक पेड़ पर लटकी मिली। इस नए मोड़ की जाँच करती पुलिस ने प्रथम दृष्टया ये माना है कि आरोपित ने पुलिस की कार्रवाई के डर या पश्चाताप से आत्महत्या कर ली है।
मृतक के पिता ने बताया कि जिस स्कूल में उनकी बेटी पढ़ती थी वो एक मुस्लिम का है। इस स्कूल का मुख्य संचालन शेरी डॉक्टर और उनके परिवार के शकील के हाथों में है। शावेज को यूपी पुलिस भेज चुकी है जेल।
पिंकी के भाई का भी कहना है, "शाकिब का अब्बा मुस्तफा पिंकी से कहता था - तू आत्महत्या कर ले और मेरे बेटे को छोड़ दे।" घर वालों से रिश्ते तोड़ लिव-इन में रहती थी।
छात्रा के पिता की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। इस्लामिया कॉलेज में शिक्षक तौहीद और शिक्षिका वस्फी खातून ने उसे 'नीची जाति' कह कर प्रताड़ित किया। आत्महत्या के बाद चरित्र पर लगाया लांछन।