आरोपित लड़की को पकड़ कर झाड़ियों में ले गए और उसके साथ दुष्कर्म किया। लड़की की चीख-पुकार सुनकर खेतों में काम कर रहे लोग घटनास्थल पर पहुँचे और नाजिक को पकड़ लिया। उसकी जमकर पिटाई की। उसके साथी भागने में कामयाब रहे।
पीड़ित छात्रा के मुताबिक संजय, सचिन और दुर्गेश ने किस से और कितने पैसे मॉंगे इसकी उसे जानकारी नहीं है। परेशान करने के लिए इस मामले में उसका नाम शामिल किया गया है। दबाव बनाने की कोशिश हो रही है ताकि चिन्मयानंद के खिलाफ वह मजबूत पैरवी न कर सके।
"SIT ने आउटगोइंग व इनकमिंग कॉल का ब्योरा निकालकर इसे जाँच में शामिल किया है। निर्णायक साक्ष्य होने की वजह से छात्रा का नाम इसमें शामिल किया गया। अन्य आरोपितों के बयान भी यह दर्शाते हैं कि छात्रा इसमें शामिल थी। हमारी जाँच जारी है।"
एसआईटी का दावा है कि अश्लील वार्तालाप और मसाज सहित लगभग सभी आरो चिन्मयानन्द ने कबूल कर लिए हैं। इनके बारे में विस्तार से बताने से मना किया है, क्योंकि उसे अपने किए पर शर्म आ रही है। SIT परिस्थितिजन्य साक्ष्यों की भी जाँच कर रही है।
एसआईटी ने चिन्मयानंद के अश्लील वीडियो के बदले 5 करोड़ रुपए माँगने के आरोप में पीड़ित छात्रा के साथी संजय सिंह, उसके चचेरे भाई विक्रम और मौसेरे भाई सचिन सेंगर को भी गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस द्वारा तीनों का मेडिकल कराने के बाद कोर्ट में पेश किया गया, वहाँ से तीनों को जेल...
भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह से शिकायत करते हुए कहा था कि फॉंसी घर की जमीन सांसद आजम खान के रिश्तेददारों और करीबियों के कब्जे में है। जॉंच में जमीन के दस्तावेजों में हेरफेर कर उसे बेचे जाने की बात सामने आई है।
योगी ने बताया कि सीएम के साथ मीटिंग की तैयारी का बहाना बनाकर पूरा दिन बर्बाद कर देना अधिकारियों की आदत बन चुकी थी। बैठक के लिए नौकरशाह पूरे लाव-लश्कर के साथ आते थे। इस कल्चर पर लगाम लगाने से अब सामान्य कामकाज की गति प्रभावित नहीं होती।
मेडिकल जाँच में खुलासा हो चुका है कि बच्ची के गुप्तांगों पर चोट के निशान हैं। रिपोर्ट पुष्टि करती है कि बच्ची के साथ बलात्कार की कोशिश हुई है। इसके आधार पर रज्जाक के ख़िलाफ़ आईपीसी धारा 376 के साथ पॉक्सो एक्ट की धारा 5 और 6 के तहत मामला दर्ज किया गया।
स्पेशल इनवेस्टीगेशन टीम ने उन्हें उनके शाहजहाँपुर स्थित मुमुक्षु आश्रम से गिरफ्तार किया है। उन्हें मेडिकल जाँच के लिए अस्पताल ले जाया गया है। इसके बाद आज ही उन्हें कोर्ट में भी पेश किया जाएगा।
योगी आदित्यनाथ ने साफ़ किया कि उनकी मुस्लिम-विरोधी मुख्यमंत्री की छवि गलत है। उन्होंने दावा किया कि वे समाज को बाँटकर नहीं देखते, और केरल की मुस्लिम लीग को "हरा वायरस" उन्होंने वहाँ की परिस्थिति-विशेष के हिसाब से बोला था।