अतीक अहमद के इन दोनों बेटों को नाबालिग होने के कारण मार्च में 'बाल संरक्षण गृह' में भेजा गया था। इन्हें छोड़ने को लेकर अतीक की बहन परवीन अहमद कुरैशी ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी।
नजमा कहती हैं कि वो दिन में ही नहीं बल्कि रात को भी ई-रिक्शा चलाती हैं। उन्हें उत्तर प्रदेश पुलिस और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार पर पूरा भरोसा है।