निमिषा एक डेंटल स्टूडेंट थी। जो केरल के तिरुवनंतपुरम इलाके की रहने वाली थी। इसने बिना अपनी माँ को बताए बेक्सिन नामक एक ईसाई से शादी की थी। बाद में दोनों ने इस्लाम कबूल लिया था और कट्टरपंथियों के बहकावे में आकर कट्टरपंथ की राह पर चल पड़े थे।
2018 में आई बाढ़ से प्रभावित लोगों की मदद के लिए राहत कोष बनाया गया। लेकिन, इसका पैसा एक स्थानीय वामपंथी नेता के खाते में भेज दिया गया। उसने इसका इस्तेमाल एक पॉल्ट्री फॉर्म खरीदने के लिए। भेद खुला तो फरार हो गया।
पादरी ने खुद को रेप मामले में बचाने की इस कदर 'कोशिश' की थी कि पीड़ित नाबालिग छात्रा के पिता ने ही खुद रेपिस्ट होने की बात पुलिस के सामने कबूल कर ली थी। हालाँकि बाद में वो सुनवाई के दौरान टूट गए, जिसके बाद इस पादरी का डीएनए टेस्ट करवाया गया, जो पीड़िता के बच्चे से मैच कर गया।
नन का कहना है कि क्योंकि बिशप उनके धार्मिक समूह का मुखिया था इसलिए वो कभी इस बात को बता नहीं पाई। लेकिन जब वो उसके शरीर के बारे में अश्लील बातें करता तो उसे आत्म सम्मान को ठेस लगती थी। उन्होंने कहा कि बिशप द्वारा की जाने वाली सेक्सटिंग (मोबाइल पर की जाने वाली अश्लील बातें) में उन्होंने कभी दिलचस्पी नहीं ली।
पुलिस कैंप में ट्रेनिंग पा रहे जवानों के मेन्यू से बीफ हटा दी गई है। - यह एक खबर आई। इसके बाद कॉन्ग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं ने हंगामा मचा दिया। विरोध-स्वरूप उन्होंने पुलिस थाने के सामने ही बीफ करी और ब्रेड बाँटा।
इन 2 शिक्षकों के खिलाफ कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया ने प्रदर्शन किया। इसी संगठन ने ऊँ और माता सरस्वती की तस्वीर पर आपत्ति जताते हुए शिक्षकों पर कार्रवाई करने के लिए स्कूल के अधिकारियों पर दबाव बनाया। कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया का मूल संगठन इस्लामी कट्टरपंथी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) है।
केरल के आर्थिक विभाग ने एक आरटीआई के जवाब में बताया है कि करुणा म्यूजिक कॉन्सर्ट के नाम पर कोच्चि म्यूजिक फाउंडेशन की ओर से किसी तरह की कोई डोनेशन CMDRF को प्राप्त नहीं हुई है।
टीजे जोसेफ उस प्रोफेसर का नाम है जो अपनी ही समुदाय का मारा है। बकौल जोसेफ, चर्च ने उनका साथ नहीं दिया। उन्हें आधिकारिक तौर पर बहिष्कृत कर दिया। उनकी पत्नी, दो बच्चे और बुजुर्ग माँ को भी हाशिए पर खड़ा कर दिया।
"दो दिन के बाद भी इस विषय पर सरकार और केरल के डीजीपी लोकनाथ बेहेरा जिन पर कैग रिपोर्ट में आरोप लगाए गए हैं ने पूरी तरह चुप्पी ओढ़ ली है। मुख्यमंत्री कहते हैं कि वे इस पर असेंबली में बयान देंगे, यह स्वीकार नहीं किया जा सकता।"
वीडियो में दिख रहा है कि छात्र एक-दूसरे का कॉलर पकड़कर लात-घूँसे और लाठी-डंडे बरसाने में लगे हुए हैं। वहीं कुछ छात्र पीछे की ओर से पत्थर फेंकते भी देखे जा सकते हैं। नज़दीक खड़ी कॉलेज की छात्राएँ घटना को देख चीखती-चिल्लाती और वहाँ से दौड़ती हुई नजर आ रही हैं।