बलात्कार करने के बाद आरोपित साध्वी को मौके पर छोड़ फरार हो गए। वह काफी देर तक बेहोश रहीं। दो साल पहले भी इसी आश्रम के तीन साध्वियों के साथ बलात्कार की घटना सामने आई थी।
मैं जब इस समाज का हिस्सा होने के कारण सोचने लगता हूँ तो पाता हूँ कि ये चलता रहेगा क्योंकि मर्दों के दम्भ की सीढ़ी की अंतिम लकड़ी स्त्री पर अपने लिंग के प्रहार के रूप में ही परिणत होती है। पितृसत्ता का विकृत रूप यही है कि लड़की इस क्रूरतम हिंसा के विरोध में इस तरह से अपनी आत्मा को मार चुकी है कि जो करना है कर लो, पर वीडियो मत बनाओ।
रतलाम का सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल। यहीं 10वीं में पढ़ती है - गायत्री। एक दिन गायत्री का रेप होता है और रतलाम सुलग उठता है, प्रशासन हिल जाता है। वो इसलिए क्योंकि गायत्री का जिस जुबैर खान ने रेप किया, वो उसका क्लासमेट है। क्योंकि इस रेप ने स्कूली छात्र-छात्राओं के भरोसे को तोड़ा है।
आकिब पर अपने दो दोस्तों आदिल, नाजिक के साथ मिल कर एक दलित नाबालिग लड़की का बलात्कार करने और उसका अश्लील वीडियो बनाने का आरोप है। शनिवार को हुई इस घटना का मुख्य आरोपित मोहम्मद आदिल उर्फ़ छोटका उर्फ आतंकवादी को पुलिस पहले ही गिरफ़्तार कर चुकी है। एक अन्य आरोपित नाज़िक को पहले ही ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था।
दलित नाबालिग लड़की की चीख-पुकार सुनकर खेतों में काम कर रहे लोग घटनास्थल पर पहुँचे और नाजिक को पकड़ लिया। उसकी जमकर पिटाई की। लेकिन आदिल के साथ एक और अज्ञात युवक मौक़े से भागने में क़ामयाब रहे।
हेलो... मेरा नाम सुरेश (अपना मुस्लिम नाम छुपाते हुए) है। मैं आपसे दोस्ती करना चाहता हूँ। पीड़िता के साथ एक ही बस में आने-जाने से बनी पहचान के कारण आसिफ से सुरेश बने रेप आरोपित ने एक दिन उसे किसी बहाने बुलाया, जहाँ एक गाड़ी में उसे जबरन बैठाया गया, नशे की गोलियाँ खिलाई गई और...
आरोपित लड़की को पकड़ कर झाड़ियों में ले गए और उसके साथ दुष्कर्म किया। लड़की की चीख-पुकार सुनकर खेतों में काम कर रहे लोग घटनास्थल पर पहुँचे और नाजिक को पकड़ लिया। उसकी जमकर पिटाई की। उसके साथी भागने में कामयाब रहे।
पीड़िता ने बताया कि वह अपने भाभी के घर जा रही थी। इसी दौरान कार सवार आए और उसे जबरन बैठा लिया। सभी ने अपने चेहरे ढँक रखे थे। उसके साथ चलती गाड़ी में रेप किया, फिर एक नहर के पास दोबारा घिनौनी घटना को अंजाम दिया।
मृतका के पति के अनुसार लंबे समय से तृणमूल के दो गुटों में रस्साकशी चल रही थी। इसकी वजह से वह घर छोड़कर कहीं और रह रहा था। शनिवार की रात तृणमूल यूथ विंग के स्थानीय कार्यकर्ता उसकी तलाश में पहुँचे और उसकी पत्नी से गैंगरेप किया।
"इन तीनों का मकसद बच्ची के घर से भैंसों को चुराना था, लेकिन जब उन्हें उसके घर पर भैंसें नहीं मिली तो उन्होंंने गुस्से में सोती बच्ची को चारपाई से उठाया और नजदीक के खेत में ले जाकर उसका बारी-बारी से बलात्कार किया।"