आसपास के इलाके के सभी पुरुष गायब हैं और महिलाएँ चुप्पी साधी हुई हैं। बम ब्लास्ट इतना तगड़ा था कि मदरसा जमींदोज हो गया। पल्सर से चलने वाला मौलाना बच्चों को उर्दू और मजहबी शिक्षा देता था।
राज्य सरकार ने SC में पटना हाईकोर्ट के उस फैसले को चुनौती दी थी, जिसमें हाईकोर्ट ने सरकार को मृतक के परिवार को मुआवजे के तौर पर 10 लाख रुपए देने के निर्देश दिए थे।
"छुद्र राजनैतिक लाभ के लिए, भीम-मीम के झूठे नारों कि आड़ में ही हिन्दू समाज के दलित समुदाय को हिंसा का शिकार बनाया जाता रहा है। जिहादियों द्वारा हमलों पर उनके सेक्युलर व दलितों के कथित मसीहाओं के मुँह में दही क्यों जाम जाता है?"