दिलचस्प बात ये हैं कि फाइनेंशियल टाइम्स के झूठ से पर्दा उठने के बावजूद उन्होंने पीएम मोदी पर लिखा अपना बेबुनियाद आर्टिकल डिलीट नहीं किया है और न ही उसके लिए माफी माँगी है।
चौंकाने वाली बात यह है कि इंडिया टुडे को इसमें कुछ भी गलत नहीं लगा। ऐसा लगता है कि यह उनके लिए पूरी तरह स्वीकार्य है कि मुस्लिम पुरुष आरएसएस की वर्दी पहने लोगों को जंजीरों में जकड़ के ले जा रहे हैं।
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मंगलवार को न्यूज़क्लिक के संस्थापक और प्रधान संपादक प्रबीर पुरकायस्थ के घर पर छापे मारे। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म के कार्यालय पर भी छापा मारा गया था।
NDTV ने रविवार को एक रिपोर्ट पब्लिश किया। इस रिपोर्ट में दावा किया गया था कि मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के गुराडिया माता गाँव में गुंडों द्वारा एक दलित के बारात को रोक दिया गया था।