इन तस्वीरों में सोनम कपूर के हाथों में एक पर्स (हैंड बैग) नजर आ रहा है और इसके साथ ही उन्होंने तस्वीर में इस्तेमाल किए गए सभी ब्रांड्स के नाम भी Tag किए हैं।
यह हैण्ड बैग साँप या अजगर की खाल जैसा नजर आ रहा है।
पुलिस का कहना है कि कानूनी प्रक्रिया के तहत जल्द ही इन सभी के पासपोर्ट रद्द किए जाएँगे। एसएसपी ने बताया है कि ये पाँचो युवा राज्य के बाहर काम करते थे और कश्मीर पर लगातार सोशल मीडिया पर अफवाह फैला रहे थे।
जूही सेनगुप्ता अपने माता-पिता के साथ पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरवाने के लिए रुकी थीं। उन्होंने पेट्रोल पंप के कर्मचारी से अपनी गाड़ी में 1500 रुपए का पेट्रोल भरने को कहा, लेकिन उसने 3000 रुपए का पेट्रोल भर दिया। इसके बाद...
केंद्रीय मंत्री किरण किरण रिजिजू ने ट्वीट कर कहा, “इस तरह के ब्रिटिश प्रबुद्ध वर्ग के बीच मैं नहीं समझ पा रहा हूँ कि इस धरती पर कैसे-कैसे लोग आ गए हैं। क्या आप लोगों को मैनेज करके हाउस ऑफ़ लॉर्ड के सदस्य बने हैं।”
अमेज़न के जंगलों पर चिंता व्यक्त करने वाले कम्युनिस्टों ने माधव गाडगिल समिति की रिपोर्ट के ख़िलाफ़ कई प्रदर्शन किए थे। रिपोर्ट में कहा गया था कि पश्चिमी घाट के जंगलों को नुक़सान पहुँचाने के कारण केरल में पर्यावरणीय आपदाएँ आ सकती हैं।
फुटबॉल खिलाड़ी रोनाल्डो, ऑस्कर विजेता लियोनार्डो और अंतरराष्ट्रीय गायिका मैडोना और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रॉन सहित कई बड़ी हस्तियों ने अमेज़न के जंगल में लगी आग को लेकर पुरानी फोटो शेयर की। आँकड़े बताते हैं कि 2005 और 2010 में स्थिति कई गुना ज्यादा भयावह थी।
ओवैसी ने कहा कि वर्तमान बीजेपी सरकार भारत के मुस्लिमों को सेकंड क्लास सीटिजन्स बनाना चाहती है और मुस्लिम समुदाय यह बात समझ नहीं रहा है। मुस्लिम समुदाय को चेताते हुए उन्होंने कहा कि वो अपना नेतृत्व बनाएँ, अपने आपको बदलें, क्योंकि ऐसा करने के लिए कोई आसमान से नीचे नहीं उतरेगा जो आपको जन्नत ले जाएगा।
बधाई ट्वीट में अपने देश लिखना यूजर्स को रास नहीं आया। उन्होंने पूछा कि कॉन्ग्रेस किस देश से है। यूजर्स का कहना था कि ऐसा लगता है कि कॉन्ग्रेस भारत को अपना देश नहीं मानती। कुछ लोगों ने लिखा कि कॉन्ग्रेस पाकिस्तान या इटली को अपना राष्ट्र मानती है।
एक पाकिस्तानी ने ट्वीट किया, "पहले सुषमा स्वराज और अब अरुण जेटली। इंशाअल्लाह अगले नरेंद्र मोदी और अमित शाह होंगे, क्योंकि इनकी मौत के लिए कश्मीरी दुआ कर रहे हैं। कश्मीर में अत्याचार के लिए ये लोग गुनहगार हैं। ये सब नरक में सड़ेंगे।"
पत्र में जजों से इसे गंभीरता से लेने को कहा गया है। हालॉंकि किसी आवश्यक परिस्थिति में वे मुख्य न्यायाधीश को मैसेज भेज सकते हैं। रजिस्ट्रार जनरल ने जिला जजों से अपने अधीनस्था न्यायिक कर्मचारियों को भी इस संबंध में निर्देशित करने को कहा है।