तृणमूल कॉन्ग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की संसद की लॉगिन आईडी का इस्तेमाल दुबई से कम से कम 49 बार हुआ है। केन्द्रीय सूचना एवं प्रौद्यिगिकी मंत्रालय (IT Ministry) ने यह जानकारी महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में प्रश्न पूछने के आरोपों की जाँच कर रही संसदीय आचार समिति को दी है। यह खुलासा अंग्रेजी समाचार चैनल ‘टाइम्स नाउ’ ने किया है।
#CashForQuery Row
— TIMES NOW (@TimesNow) November 1, 2023
The IT ministry has sent a report to the ethics panel confirming that Mahua Moitra's MP login was accessed 49 times from Dubai.
Watch as @madhavgk and @roypranesh bring us more details.@Swatij14 | @anchoramitaw pic.twitter.com/gkJr71Nvhk
महुआ मोइत्रा पर आरोप हैं कि उन्होंने दुबई में रहने वाले कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से महँगे गिफ्ट और पैसे लेकर संसद में अडानी समूह के विरुद्ध प्रश्न पूछे। उन पर यह भी आरोप है कि प्रश्न पूछने के लिए उन्होंने अपने लॉगिन आईडी और पासवर्ड दर्शन हीरानंदानी के साथ साझा किए। दर्शन ने उनका उपयोग दुबई में बैठ कर महुआ के माध्यम से संसद में प्रश्न उठाने के लिए किया।
गौरतलब है कि भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को एक पत्र लिख कर बताया था कि महुआ मोइत्रा ने पैसे लेकर संसद में अडानी समूह को निशाना बनाने के लिए प्रश्न पूछती हैं। उन्होंने इन आरोपों की जाँच की माँग की थी। निशिकांत ने बताया था कि उन्हें यह जानकारी सुप्रीम कोर्ट में वकील जय अनंत देहाद्राई ने दी है जो कि महुआ के ‘पूर्व प्रेमी’ हैं। उन्होंने दुबई से प्रश्न पूछे जाने को सुरक्षा खतरा बताया था।
जब संसद का mail id या member portal किसी सांसद को मिलता है तो हम NIC के साथ एक करार करते हैं,जिसका पहला ही बिंदु यह है कि इस mail id,password को गोपनीय रखा जाएगा किसी के साथ साझा नहीं किया जाएगा । मैंने तो सोच समझकर इस करार पर हस्ताक्षर किया । डिग्री वाली ने पढ़ा कि नहीं या चंद…
— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) October 27, 2023
सांसद निशिकांत दुबे ने इस मामले में देश के केन्द्रीय रेल और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव को भी पत्र लिखा था और जाँच की माँग की थी। मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उनके इस पत्र का जवाब देते हुए उनसे कहा था कि NIC (संसद के पोर्टल का रखरखाव करने वाली सरकारी एजेंसी) इस बात का पता लगाएगी।
संसद की आचार समिति ने भी सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से इस मामले में जानकारी माँगी थी। अब उसने आचार समिति को सूचित किया है कि महुआ मोइत्रा के संसद के आईडी से दुबई में बैठ कर कम से कम 49 बार लॉगिन किया गया। गौरतलब है कि लॉगिन की यह संख्या उनके द्वारा संसद में अडानी समूह पर पूछे गए प्रश्नों की संख्या से मेल खाती है। निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया था कि महुआ मोइत्रा द्वारा हाल ही में पूछे गए 61 प्रश्नों में से 50 प्रश्न अडानी समूह से जुड़े हुए थे। दुबई से लॉगिन 49 बार हुआ है।
दर्शन हीरानंदानी ने स्वयं एक पत्र जारी करके कहा था कि महुआ मोइत्रा उनसे महँगे गिफ्ट की माँग करती थीं। दर्शन ने यह भी बताया था कि उनके पास महुआ के संसद पोर्टल की लॉगिन आईडी और पासवर्ड थे जिसका इस्तेमाल उन्होंने अडानी समूह के विरुद्ध प्रश्न पूछने में किया।
महुआ मोइत्रा ने एक अंग्रेजी समाचार टीवी चैनल से बात करते हुए स्वीकार किया था कि उन्होंने अपनी संसद की लॉगिन आईडी दर्शन हीरानंदानी को दी। महुआ ने बताया था कि दर्शन के कर्मचारी सवालों को टाइप करके उनसे पढ़ने को कहते थे और वह आनन-फानन में उसे पढ़ कर अपने फ़ोन पर आई OTP दे देती थीं जो कि सवाल पूछने के लिए आवश्यक थी।
सांसद निशिकांत दुबे के आरोपों के बाद संसद की आचार समिति ने उन्हें और वकील जय अनंत देहाद्राई को 26 अक्टूबर, 2023 को बुलाया था। इसमें उन्होंने मौखिक सबूत समिति के सामने पेश किए थे। समिति ने महुआ को भी 31 अक्टूबर, 2023 को पेश होने को कहा था। हालाँकि, महुआ ने 5 नवम्बर से पहले पेश होने से मना कर दिया था। इसके पश्चात आचार समिति ने उन्हें 2 नवम्बर को पेश होने को कहा था।
वहीं महुआ मोइत्रा ने अब 2 नवम्बर को आचार समिति के समक्ष पेश होने से पहले माँग कर दी है कि उन्हें दर्शन हीरानंदानी से पूछताछ करने का मौका दिया जाए। उन्होंने वकील देहाद्राई से पूछताछ करने की माँग भी आचार समिति के सामने रखी है।
Since Ethics Committee deemed it fit to release my summons to the media I think it is important I too release my letter to the Committee before my “hearing” tomorrow. pic.twitter.com/A8MwFRsImk
— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) November 1, 2023
इस बात पर उन्होंने आचार समिति को एक पत्र लिखा है और उसे ‘X’ (पहले ट्विटर) पर भी साझा किया है। महुआ ने यह भी माँग की है दर्शन से यह पूछा जाए कि उन्होंने कब और कितने का गिफ्ट महुआ को दिया और इसकी एक लिस्ट बनाई जाए।