पाकिस्तान में एक बार अज्ञात हमलावरों ने 11 लोगों की गोली मारकर हत्या है। क्वेटा में शुक्रवार (12 अप्रैल 2024) को हुई दो अलग-अलग आतंकी घटनाओं में लोगों को निशाना बनाया गया। मृतकों में 9 पंजाब के रहने वाले थे। वे क्वेटा से ताफ्तान जाने के लिए एक बस से यात्रा कर रहे थे। अज्ञात आतंकवादियों ने बस रोककर उन्हें बाहर निकाला और अपहरण कर लिया और फिर हत्या कर दी। इसकी जिम्मेदारी अभी तक किसी भी संगठन ने नहीं ली है।
पुलिस ने अपहरण किए गए इन लोगों की तलाशी के लिए अभियान चलाया, लेकिन उनके शव एक पहाड़ी के पास पुल के नीचे पाए गए। इन सभी को गोली मारी गई थी। मारे गए लोग पंजाब के मंडी बहाउद्दीन, वजीराबाद और गुजरांवाला इलाकों के रहने वाले थे। नुश्की के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अल्लाह बख्श के अनुसार, ये सभी मृतक मजदूर थे। पाकिस्तान ने इसे आतंकी हमला कहा है।
पाकिस्तान की मीडिया संस्थान द न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, नुश्की टीचिंग हॉस्पिटल के एमएस डॉक्टर जफर मेंगल ने कहा कि मृतकों के शरीर के विभिन्न हिस्सों में गोली मारी गई थी। वहीं, एक अन्य घटना में दो लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जबकि तीन अन्य लोग घायल हो गए हैं। इसमें एक व्यक्ति प्रांतीय असेंबली के सदस्य ग़ुलाम दस्तगीर बादिनी का भाई था।
नुश्की के डिप्टी कमिश्नर हबीबुल्लाह मुसाखेल ने कहा कि शुक्रवार (12 अप्रैल 2024) की रात को एक दर्जन से अधिक आतंकवादियों ने सुल्तान चढाई के पर क्वेटा-नुश्की-ताफ्तान NH 40 को अवरुद्ध कर दिया था। इसके बाद वाहनों की जाँच शुरू कर दी। एक कार को उन्होंने रोकने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं रूका तो उस पर गोलीबारी की।
गोली लगने से कार का टायर फट गया और कार पलट गई। कार पलटने से इसमें सवार विधायक के भाई की मौत हो गई। वहीं, चार अन्य सवार घायल हो गए। हबीबुल्लाह ने बताया कि उसी राजमार्ग पर आतंकियों ने एक बस को रुकवाया और उसमें सवार यात्रियों के पहचान पत्रों की जाँच की। इसके बाद उनका अपहरण कर लिया गया। बाद में उन सबका शव बरामद किया गया।
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती ने 11 लोगों की हत्या की निंदा की और कहा कि घटना में शामिल आतंकवादियों को माफ नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमलों में शामिल आतंकवादियों का छोड़ा नहीं जाएगा। वहीं, गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने भी घटना की निंदा करते हुए कहा कि कायद-ए-आजम के पाकिस्तान में ऐसी दुखद घटना के लिए कोई जगह नहीं है।