Friday, October 18, 2024
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8 कैमरामैन और डायरेक्टर लेकर स्टेशन पहुँचे थे राहुल गाँधी, लोको पायलट वाले वीडियो के लिए पहले से तय थी स्क्रिप्ट: रेलवे अधिकारी ने बताया – नहीं था कोई ‘असली’ कर्मचारी

रेलवे द्वारा एक वीडियो भी जारी किया गया है, जिसमें राहुल अपने साथ कुछ कैमरामैन लेकर आए थे और रील बनाते हुए देखे गए हैं। वहीं एक स्टाफ का कहना है कि वह राहुल गाँधी के निरीक्षण को फिल्म की शूटिंग समझकर देखने वहाँ पहुँचा था।

कॉन्ग्रेस के नेता राहुल गाँधी लोकसभा चुनाव से पहले काफी स्टंटबाजी की थी। कभी मकैनिक की दुकान पर गए, तो कभी खेतों में काम कर रहे किसानों के बीच, लेकिन अब सरकार को घेरने की कोशिश में स्क्रिप्टेड ड्रामा की पोल खुल चुकी है। दरअसल, शुक्रवार (5 जुलाई 2024) को राहुल गाँधी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पहुँचे थे। वहाँ उन्होंने कथित तौर पर लोको पायलटों से बातचीत की थी, जिसकी असलियत अब सामने आ रही है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कॉन्ग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गाँधी शुक्रवार (5 जुलाई 2924) को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पहुँचे और कथित तौर पर करीब 50 लोको पायलट्स से मुलाकात कर उनकी परेशानियों को जाना था। लेकिन राहुल के रेलवे स्टेशन के दौरे को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं। उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी दीपक कुमार ने दावा किया कि राहुल गाँधी ने जिन लोको पायलटों से मुलाकात की, वे कहीं और से लाए गए थे और वे भारतीय रेलवे लॉबी से नहीं थे। रेलवे के मुताबिक, राहुल गाँधी 8 कैमरामैन के साथ नई दिल्ली स्टेशन पहुँचे थे। ऐसा लग रहा था कि वे स्टेशन पर फिल्म या रील बना रहे हैं।

उत्तर रेलवे के मुख्य पीआरओ दीपक कुमार ने कहा कि रेलवे द्वारा एक वीडियो भी जारी किया गया है, जिसमें राहुल अपने साथ कुछ कैमरामैन लेकर आए थे और रील बनाते हुए देखे गए हैं। वहीं एक स्टाफ का कहना है कि वह राहुल गाँधी के निरीक्षण को फिल्म की शूटिंग समझकर देखने वहाँ पहुँचा था। इस पूरे मामले को लेकर राहुल गाँधी की खिल्ली भी उड़ रही है।

राहुल गाँधी पर सोशल मीडिया यूजर्स ने निकाली भड़ास

बाला नाम के एक्स यूजर ने लिखा, “राहुल गाँधी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर आठ कैमरों और एक निर्देशक के साथ देखा गया, जहाँ वे “लोको पायलटों” से बात कर रहे थे, जिन्हें वे खुद लेकर आए थे। उन्हें किसी चीज़ की परवाह नहीं है; उन्हें सिर्फ़ ड्रामा की परवाह है। शर्मनाक!”

मिस्टर सिन्हा ने एक्स पर लिखा, “राजधानी ट्रेन के ड्राइवर का चौंकाने वाला दावा: उसने कहा कि जब उसे पता चला कि राहुल गाँधी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर हैं, तो वह उनसे मिलने गया, लेकिन पाया कि जिन “लोको पायलटों” से वह बात कर रहा था, उनमें से कोई भी जाना-पहचाना चेहरा नहीं था। वह किसी को पहचान नहीं सका क्योंकि वे बाहरी लोग थे। धोखेबाज़ परिवार।”

सुनंदा रॉय नाम की एक्स यूजर ने लिखा, “नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर राहुल गाँधी का पीआर।

8 कैमरामैन कैमरों के साथ- 1 डायरेक्टर, जो रागा को चीजें समझा रहा है।

दो कथित लोको पायलट

बातचीत वीडियो के लिए कुछ और लोग।

इस तरह से राहुल गाँधी लोगों को बरगला रहे हैं।”

बीजेपी नेता अमित मालवीय ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “ऐसा लगता है कि तीसरी बार असफल हुए राहुल गाँधी दोपहर में लोको पायलटों से मिलने गए। उनके साथ आठ कैमरामैन और एक डायरेक्टर भी थे। आप उनकी गिनती कर सकते हैं…इससे भी ज़्यादा अजीब बात यह है कि वे रियल लोको पायलटों से नहीं मिले, पूरी संभावना है कि वे पेशेवर अभिनेता थे, जिन्हें उनकी टीम ने बुलाया था।”

कॉग्रेस ने राहुल गाँधी के स्टेशन दौरे को लेकर एक्स पर पोस्ट किया और लिखा, “नेता विपक्ष राहुल गाँधी ने नई दिल्ली में लोको पायलट्स से मुलाकात कर उनकी समस्याएँ सुनीं। लोको पायलट्स के कंधों पर रेलवे सुरक्षा की बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है। उनकी समस्याओं को दूर कर ही हम सुरक्षित रेलवे के लक्ष्य को पूरा कर सकते हैं।”

बता दें कि राहुल ने शुक्रवार को अपनी इस मुलाकात को लेकर कहा था, “नई दिल्ली में देश भर से आए 50 लोको पायलटों से मुलाकात की। प्रतिदिन हज़ारों ट्रेन यात्रियों की ज़िम्मेदारी होती है इनके कंधों पर है मगर, देश के यातायात की ये रीढ़ सरकार की उपेक्षा और अन्याय का शिकार हैं। बिना उचित आराम और सम्मान के काम करने पर विवश हैं। उनकी समस्याएँ सुन कर उनकी आवाज़ बुलंद करने का आश्वासन दिया – पहले भी किया है, और न्याय मिलने तक करता रहूँगा।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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