Monday, November 25, 2024
Homeदेश-समाजथाने को फूँका, कम्प्यूटर फोड़ डाले, पुलिस को खदेड़ा: मो. मोहसिन की गिरफ़्तारी के...

थाने को फूँका, कम्प्यूटर फोड़ डाले, पुलिस को खदेड़ा: मो. मोहसिन की गिरफ़्तारी के बाद भीड़ का आतंक

मोहम्मद मोहसिन का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है, उसके ख़िलाफ़ कई मामले दर्ज हैं। उसके ख़िलाफ़ वॉरंट जारी था, इसी सिलसिले में पूछताछ के दौरान जब पुलिस ने थोड़ी सी सख्ती दिखाई तो मोहसिन बेहोशी का नाटक करने लगा। इसके बाद उसके मौत की अफवाह फ़ैल गई।

बिहार के कटिहार में महज एक अफवाह के आधार पर पुलिस थाने को फूँक डाला गया, पुलिस के साथ झड़प की गई और लोगों को मारा-पीटा गया। आबादपुर थाने में उपद्रवियों ने ऐसा आतंक मचाया कि पुलिस जीप सहित कई अन्य वाहनों को भी आग के हवाले कर दिया गया। दरअसल, लोगों के बीच अफवाह फ़ैल गई थी कि वार्ड सदस्य मोहम्मद मोहसिन की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई है, जिसके बाद ये घटना हुई। घटना की जानकारी मिलते ही बारसोई के एसडीपीओ सहित कई थानाें की पुलिस घटनास्थल पर पहुँची। इसके बाद भीड़ वहाँ से भाग खड़ी हुई

आबादपुर पुलिस ने उपद्रवियों को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायरिंग की और लाठीचार्ज का सहारा लिया। हालाँकि, वरिष्ठ अधिकारियों के पहुँचने से पहले आक्रोशित दंगाइयों ने उलटा पुलिस को ही खदेड़ दिया था। मोहम्मद मोहसिन धुमतोला का निवासी था, जिसे पुलिस शनिवार (फरवरी 8, 2020) की शाम गिरफ़्तार कर के थाने ले गई थी। उसके ख़िलाफ़ वॉरंट जारी किया गया था। पूछताछ के दौरान जब पुलिस ने थोड़ी सी सख्ती दिखाई तो मोहसिन बेहोशी का नाटक करने लगा। इसके बाद उसके मौत की अफवाह फ़ैल गई।

गिरफ़्तार 45 वर्षीय मोहम्मद मोहसिन का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड है। उसके ख़िलाफ़ कई मामले दर्ज हैं। आर्म्स एक्ट के मामले में उसके विरुद्ध वॉरंट जारी किया गया था। उसने आरोप लगाया है कि पुलिस ने पूछताछ के दौरान उसकी पिटाई की। पुलिस ने बताया कि वो घायल कैसे हुआ, इसकी जाँच की जाएगी। वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि अगर कोई पुलिसकर्मी दोषी पाया जाता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही यह भी कहा गया है कि उपद्रवियों को चिह्नित किया जाएगा और उन्हें बख्शा नहीं जाएगा।

दंगाई भीड़ ने पूरे थाने को आगे के हवाले कर डाला। थाने के रिकॉर्ड रूम और और मालखाना को भी फूँक दिया। भीड़ में कम से कम 1000 लोग शामिल थे। क़रीब 3 घंटे तक आक्रोशित उपद्रवियों ने तांडव मचाया। दरअसल, अफवाह तब फैली थी जब पुलिस मोहसिन को लेकर अस्पताल जा रही थी। आतंक का आलम ये था कि थाने के बगल में स्थित झोपड़ी को भी जला डाला गया। सरकारी कागज़ात फाड़ डाले गए और कम्प्यूटरों व फर्नीचरों को तोड़ डाला गया। मोहम्मद मोहसिन अभी पूरी तरह सुरक्षित है।

तेज बाइक, टोकने पर गाली-गलौज, देख लेने की धमकी… फिर मुस्लिम भीड़ ने की फायरिंग व पथराव: कई जख्मी, हालात तनावपूर्ण

नहीं रहे नीरज प्रजापति! CAA समर्थक जुलूस पर ‘पाकिस्तान ज़िंदाबाद’ चीखते भीड़ के हमले में हुए थे घायल

मुस्लिम भीड़ ने CAA के विरोध के नाम पर हनुमान मंदिर में घुस कर मूर्तियों को तोड़ा: वीडियो आया सामने

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

विकसित देशों ने की पर्यावरण की ऐसी-तैसी, पर क्लाइमेट चेंज से लड़ना गरीब देशों की जिम्मेदारी: दोगलई पर पश्चिम को भारत ने रगड़ा, 300...

भारत ने COP 29 समझौते पर प्रश्न खड़े किए हैं। भारत ने इस समझौते में स्वीकार की गई 300 बिलियन डॉलर को कम बताया है।

नो जेंटलमैन गेम: बुमराह का एक्शन/थ्रो बॉलिंग/चकिंग… अपने ही जाल में फँसा ऑस्ट्रेलिया, नहीं पढ़ पाया ‘बूम-बूम’ का दिमाग

ऑस्ट्रेलिया में जसप्रीत बुमराह ही नहीं, मुथैया मुरलीधरन और राजेश चौहान जैसे दिग्गज गेंदबाजों को भी इसी रणनीति के तहत निशाना बनाया गया।
- विज्ञापन -