Friday, November 15, 2024
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‘गदहे हैं ये लोग’: शिकारा से कश्मीरी पंडितों के जख्म पर नमक रगड़ने वाला चोपड़ा बौखलाया

लगता है कि बतौर निर्देशक लगातार तीसरी फ़िल्म फ्लॉप होने से विधु विनोद चोपड़ा बौखला गए हैं। वे चाहते हैं कि उन्होंने कश्मीरी पंडितों के दर्द को बेचा है, तो कोई सवाल न पूछे। वे शेखी बघार रहे हैं और सहानुभूति भी लूटना चाहते हैं।

बतौर निर्देशक अपनी लगातार तीन फ़िल्में फ्लॉप होने के बाद विधु विनोद चोपड़ा बौखला गए हैं। झूठे आँकड़ों के जरिए आलोचकों को चुप कराने में जुट गए हैं। उन्होंने अपनी फ़िल्में ‘3 इडियट्स’ और ‘शिकारा’ को लेकर झूठ बोला है। बता दें कि वो ‘3 इडियट्स’ से बतौर निर्माता जुड़े हुए थे। यहाँ सवाल उठता है कि आलोचकों पर निशाना साधने के लिए उन्होंने ख़ुद की निर्देशित की हुई फ़िल्मों का आँकड़ा क्यों नहीं दिया? क्या इसीलिए, क्योंकि इससे उनकी और भी बेइज्जती हो जाती? उनके आँकड़ों की सच्चाई जानेंगे लेकिन पहले पढ़िए कि उन्होंने आख़िर कहा क्या?

कश्मीरी पंडितों का दर्द दिखाने के नाम पर उन्होंने ‘शिकारा’ बनाई। लेकिन, फिल्म में कट्टरपंथियों के अत्याचार को छिपा लिया गया और प्रेम-कहानी पर जोर दिया गया। चोपड़ा ने कहा कि कश्मीरी पंडित और कट्टरपंथी एक-दूसरे से सॉरी कहें और आगे बढ़ें। अत्याचार कश्मीरी हिन्दुओं पर हुआ तो वो मुस्लिमों से सॉरी क्यों बोलें, इस सवाल पर चोपड़ा भड़क जाते हैं। तभी कश्मीरी पंडित व पत्रकार दिव्या राजदान ने ‘शिकारा’ के स्क्रीनिंग के दौरान विधु विनोद चोपड़ा को जोर से डाँटा। राजदान ने पूछा कि उन्होंने फिल्म में कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार को छिपाया क्यों?

अब निर्देशक-निर्माता विधु विनोद चोपड़ा में अपने आलोचकों को गदहा कहा है। उन्होंने कहा कि उनकी फ़िल्म ‘3 इडियट्स’ ने पहले ही दिन 33 करोड़ रुपए की कमाई की थी। उन्होंने दावा किया कि उन्हें पता था कि शिकारा का पहले दिन का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन 30 लाख रुपया ही होगा। साथ ही उन्होंने ये भी दावा किया कि उन्होंने ये फ़िल्म अपनी माँ की याद में बनाई है। बकौल चोपड़ा, कुछ लोग कहते हैं कि उन्होंने कश्मीरी पंडितों का दर्द बेच कर रुपए कमाने के लिए ”शिकारा’ बनाई, वो सभी गदहे हैं। वैसे चोपड़ा अपने आलोचकों को गदहा तभी कह रहे हैं, जब उनके पास सवालों के कोई जवाब नहीं हैं।

अब आते हैं ‘3 इडियट्स’ के पहले दिन के कलेक्शन पर। फ़िल्म समीक्षक और बॉक्स ऑफिस विशेषज्ञ सुमित कादेल ने विधु विनोद चोपड़ा की पोल खोलते हुए बताया कि क्रिसमस 2009 के मौके पर रिलीज हुई अमित ख़ान अभिनीत फिल्म की पहले दिन की कमाई 12.78 करोड़ रुपए थी। हालाँकि, इसके बाद आई सलमान ख़ान की ‘दबंग’ ने 3 इडियट्स के ओपनिंग रिकॉर्ड तोड़ डाले थे। ‘3 इडियट्स’ के लगभग 1 साल बाद आई सुपरस्टार रजनीकांत की तमिल मूवी ‘एंथिरन (रोबोट)’ ने दोनों ही फ़िल्मों के सारे रिकार्ड्स को तोड़ डाला था। ऐसे में, चोपड़ा ने झूठ बोला कि उनकी फ़िल्म ने उस वक्त 33 करोड़ रुपए कमाए थे।

वहीं ‘शिकारा’ के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन को लेकर भी विधु विनोद चोपड़ा सही नहीं बोल पाए। वरिष्ठ फ़िल्म समीक्षक व बॉक्स ऑफिस ट्रैकर तरन आदर्श के इस ट्वीट को देखिए, जिसमें उन्होंने रिलीज के एक दिन बाद ही बताया था कि ‘शिकारा’ ने पूरे भारत में 1.2 करोड़ रुपए की नेट कमाई की है:

इससे पता चलता है कि जहाँ अपने पुराने फ़िल्म की कमाई को ढाई गुना ज्यादा बता कर चोपड़ा अपने ताज़ा फिल्म की कमाई कम बता कर शेखी बघारने के साथ-साथ ही सहानुभूति भी बटोरना चाहते हैं। दरअसल, उन्होंने अपने द्वारा निर्देशित की गई फ़िल्मों का नाम इसीलिए नहीं लिया, क्योंकि उनकी पिछली तीनों फ़िल्में फ्लॉप रही हैं। अप्रैल 2015 में ‘Broken Horses’ के जरिए वो हॉलीवुड में पाँव पसारने चले थे लेकिन फ़िल्म 25 लाख रुपए के लिए भी तरस गई। इसे इतिहास की सबसे बड़ी फ्लॉप फ़िल्मों में रखा जाता है। चोपड़ा की बौखलाहट का कारण लगातार तीसरी फ़िल्म का फ्लॉप होना तो नहीं?

क्या राजकुमार हिरानी के निर्देशन के बिना विधु विनोद चोपड़ा की इतनी भी हैसियत नहीं कि वो एक फ़िल्म भी हिट करा सकें? ‘3 इडियट्स’, ‘मुन्नाभाई’ सीरीज, ‘पीके’ और ‘संजू’- इन सभी फ़िल्मों के निर्देशक हिरानी ही थे। विधु विनोद चोपड़ा ने ‘एकलव्य’ के लिए 2007 में निर्देशक की टोपी पहनी थी, जो बुरी तरह फ्लॉप रही। अमिताभ बच्चन, सैफ अली खान, संजय दत्त और जिमी शेरगिल जैसे सितारों के रहते भी उनकी फ़िल्म नहीं बच पाई और अब शिकारा के साथ फ्लॉप फिल्मों की उन्होंने हैट्रिक पूरी कर ली है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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