Tuesday, November 26, 2024
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कॉन्ग्रेस पर ₹100 करोड़ की मानहानि का केस करेंगे सावरकर के पोते, उद्धव ठाकरे से भी कार्रवाई को कहा

मामला महाराष्ट्र कॉन्ग्रेस की मराठी भाषा की मासिक पत्रिका शिदोरी में छपे दो लेख से जुड़ा है। ​पत्रिका के फरवरी अंक में सावरकर पर दो लेख हैं। इनमें से एक लेख का शीर्षक 'स्वातंत्र्यवीर नव्हे, माफीवीर' (स्वातंत्र्यवीर नहीं, माफीवीर) और दूसरे का शीर्षक 'अंधारातील सावकर' (सावरकर के अनजाने पहलू) है।

वीर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने महाराष्ट्र कॉन्ग्रेस के खिलाफ 100 करोड़ रुपए का मानहानि का केस दायर करने की बात कही है। उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से भी कॉन्ग्रेस के खिलाफ कार्रवाई की अपील की है। रंजीत सावरकर बीते साल के आखिर में कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गॉंधी की सार्वजनिक रूप से पिटाई करने की मॉंग भी उद्धव से की थी।

ताजा मामला महाराष्ट्र कॉन्ग्रेस की मराठी भाषा की मासिक पत्रिका शिदोरी में छपे दो लेख से जुड़ा है। ​पत्रिका के फरवरी अंक में सावरकर पर दो लेख हैं। इनमें से एक लेख का शीर्षक ‘स्वातंत्र्यवीर नव्हे, माफीवीर’ (स्वातंत्र्यवीर नहीं, माफीवीर) और दूसरे का शीर्षक ‘अंधारातील सावकर’ (सावरकर के अनजाने पहलू) है। रंजीत सावरकर ने कहा है, “महाराष्ट्र कॉन्ग्रेस ने सावरकर के चरित्र को धूमिल करने के लिए उनके खिलाफ आर्टिकल छापे। मैं सीएम से एक्शन लेने की अपील करता हूॅं। हमने कॉन्ग्रेस के खिलाफ दो केस दर्ज किए हैं और अब बॉम्बे हाई कोर्ट में कॉन्ग्रेस के खिलाफ 100 करोड़ रुपए की मानहानि का मुकदमा दर्ज करेंगे।”

दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के अनुसार पहले लेख में कहा गया है कि सावरकर से जुड़े जो तमाम दस्तावेज सामने आते हैं, उन्हें देखने के बाद वह स्वातंत्र्यवीर नहीं, बल्कि माफीवीर के रूप में सामने आते हैं। यह लेख मराठी की मासिक पत्रिका ‘साम्य योग साधना’ से लिया गया है। दूसरे लेख में सावरकर के जीवन से जुड़े कुछ बेहद निजी पहलुओं को रखा गया है।

इस साल की शुरुआत में मध्य प्रदेश के भोपाल में अखिल भारतीय कॉन्ग्रेस सेवा दल के प्रशिक्षण शिविर में ‘वीर सावरकर’ नाम की पुस्तिका का वितरण करने का मामला सामने आया था। इस पुस्तिका में बीजेपी पर निशाना साधने के लिए सावरकर को टारगेट करते हुए उनके आसपास की कई घटनाओं, सवालों और विवादों का जिक्र है। विनायक दामोदर सावरकर और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर कॉन्ग्रेस द्वारा जारी की गई विवादित पुस्तिका में दावा किया गया था, “महात्मा गाँधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे के साथ हिंदू महासभा के सह-संस्थापक का शारीरिक संबंध थे।”

गौरतलब है कि दिसंबर में दिल्ली के रामलीला मैदान में हुई रैली में राहुल गॉंधी ने ‘रेप इन इंडिया’ वाली टिप्पणी के लिए भाजपा की माफी की मॉंग पर पलटवार करते हुए कहा था, ‘‘संसद में भाजपा के लोगों ने कहा कि मैं अपने भाषण के लिए माफी मॉंगूॅं। मुझे कहते हैं कि सही बात बोलने के लिए माफी मॉंगो। मेरा नाम राहुल सावरकर नहीं है, मेरा नाम राहुल गॉंधी है। मैं सच्चाई के लिए कभी माफी नहीं मॉंगूॅंगा। मर जाऊँगा मगर माफी नहीं मॉंगूॅंगा और न कोई कॉन्ग्रेस वाला माफी मॉंगेगा।’’ इसके जवाब में राहुल सावरकर ने कहा था, “यह अच्छा है कि राहुल गॉंधी, राहुल सावरकर नहीं हैं। ऐसा होता हम सबको अपना मुॅंह छिपाना पड़ता। अब हम उम्मीद करते हैं कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे अपना वादा निभाएँगे। वे कई बार कह चुके हैं कि यदि किसी ने सावरकर का अपमान किया तो वे उसे सार्वजनिक रूप से पीटेंगे। मैं उम्मीद करता हूॅं कि शिवसेना ने सावरकर पर अपना स्टैंड नहीं बदला होगा।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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