उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक महिला का शव ट्रोली बैग में मिला था। पुलिस ने इस मामले की गुत्थी सुलझा ली है। मृतक महिला की पहचान आयशा के तौर पर हुई है। उसकी हत्या उसके शौहर समीर खान ने की थी।
ख़बरों के मुताबिक़ समीर खान नेपाल की और भागने की तैयारी में था। लेकिन पुलिस ने उसे समय रहते गिरफ्तार कर लिया।
कुछ ही दिन पहले लखनऊ-अयोध्या राजमार्ग पर सफेदाबाद थाने के तहत आने वाले केवाड़ी मोड़ पर एक ट्रोली बैग और ब्रीफकेस मिला था। ट्रोली बैग में एक महिला का शव था। शव 6 टुकड़ों में था। पुलिस ने मामले में जाँच शुरू की तो पता चला कि महिला का नाम आएशा है। वह मुंबई के अंबेडकर नगर टाटा वहसत मार्ग, भारत नगर के रहने वाले बादशाह शेख की बेटी है। आएशा लखनऊ के इंदिरानगर में अपने पति समीर खान के साथ रहती थी। जिसने उसकी हत्या करके उसके 6 टुकड़े किए थे। पुलिस ने आरोपित पति को लखनऊ इंदिरानगर के मुंशी पुलिया से सर्विलांस के ज़रिये गिरफ्तार किया।
ख़बरों के मुताबिक़ 5 जुलाई को आएशा और उसके पति समीर खान में कुछ विवाद हुआ। इसके बाद समीर ने रॉड से पीट-पीट कर उसकी हत्या कर दी। समीर खान मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बलरामपुर महाराजगंज थाना क्षेत्र के गुलरिहा का रहने वाला है। वह मुंबई के बांद्रा क्षेत्र की चिकन शॉप में काम करता था और लॉकडाउन की शुरुआत में लखनऊ वापस आ गया था।
आयशा की हत्या करने के बाद समीर खान ने बाजार से चापड़ और शव को पैक करने के लिए अन्य सामग्री खरीदकर लाया। हत्या की रात शव के छह टुकड़े कर ब्रीफकेस और बैग में भरकर अपने वाहन से ले जाकर हाइवे पर फेंक दिया था।
इस मामले पर बाराबंकी पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जिस ट्रोली बैग में महिला का शव मिला, उसमें ही पुलिस को दो सबसे अहम सुराग मिले थे। पहला सुराग था बिजली का बिल जिसमें कुछ नंबर थे। दूसरा सुराग था आरोपित पति की जींस जिसमें लखनऊ के एक पार्क के दो टिकट मिले थे। इन दो अहम सुरागों के आधार पर पुलिस ने इस मामले की जाँच शुरू की थी। बिजली का बिल एक महिला के नाम पर था। पुलिस जब उस महिला से पूछताछ करने पहुँची तो उसने बताया कि मकान समीर खान को बेच दिया है।
महिला ने ही पुलिस को समीर खान का नंबर भी दिया। पुलिस ने नंबर को सर्विलांस पर रखा और उसकी कॉल डिटेल भी निकाली। इन दोनों की मदद से पुलिस को आरोपित पति की लोकेशन का पता चला। हालाँकि तब तक समीर खान ने वह नंबर बंद भी कर दिया था। इसके बावजूद पुलिस ने सर्विलांस सेल की मदद से आरोपित की असल लोकेशन खोज ली। इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने बताया कि वह नेपाल भागने की फ़िराक में था।