कोरोना संक्रमण के कारण होने वाली हर मौत हृदयविदारक है। हर राज्य प्रशासन कोशिश में लगा है कि कुछ भी करके बिगड़ती स्थिति पर काबू पा लिया जाए। लेकिन इस बीच कुछ लोग ऐसे हैं जिनके लिए ये आपदा की घड़ी अवसर बन गई है। उन्हें कोई मतलब नहीं है कि एक-एक मौत की खबर आम जन की मनोस्थिति कितना बिगाड़ रही है। वह बस अपना प्रोपगेंडा चलाने में जुटे हैं। आज यूपी सरकार ने ऐसे ही प्रोपगेंडाबाजों को सबक सिखाने के लिए उनके विरुद्ध केस दर्ज किया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस ने अपने ट्विटर पर बताया, “हम महामारी में बहुमूल्य मानव जीवन की क्षति पर गहरा खेद व्यक्त करते हैं और सोशल मीडिया पर शोकाकुल परिवार के सदस्यों की नाराजगी को समझते हैं। लेकिन इसी समय हमें कुछ फेक हैंडल्स के बारे में भी पता चला जो एक ही मैसेज को कॉपी पेस्ट कर रहे हैं।”
We deeply regret the loss of precious human lives in the pandemic & understand the outburst of family members on social media who have been bereaved. At the same time we came across a disturbing trend of copy paste of the same messages by apparently fake handles. (1/2) pic.twitter.com/XBMHkT8UnL
— UP POLICE (@Uppolice) April 24, 2021
आगे यूपी पुलिस ने कहा, “ये दुर्भावनापूर्ण और सुनियोजित ढंग से उत्तर प्रदेश सरकार की प्रतिष्ठा खराब करने का प्रयास है। नोएडा पुलिस आरोपितों के विरुद्ध एफआईआर कर चुकी है और आगे अफवाह फैलाने वालों और इस मुश्किल घड़ी में पैनिक क्रिएट करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई होगी।”
It’s a mischievous & planned attempt to tarnish the reputation of @UPGovt. @noidapolice has registered an FIR against the accused & strict action shall be taken against anyone who’s spreading rumour & creating panic amongst people anywhere in these difficult times (2/2) #Covid https://t.co/yaNLufpv4R pic.twitter.com/duUfjTkLG1
— UP POLICE (@Uppolice) April 24, 2021
गौरतलब है कि देश में एक तरफ कोरोना की स्थिति बेकाबू होती जा रही है। वहीं दूसरी ओर ये प्रोपगेंडाबाज एक तरह के मैसेज शेयर करके आम जन के बीच पैनिक क्रिएट करने की कोशिश कर रहे हैं। उदाहरण के लिए कल स्वाति मालीवाल ने एक ट्वीट किया जिसमें उन्होंने बताया कि उनके नाना को जब नोएडा के शारदा अस्पताल में आधे घंटे तक एडमिशन नहीं मिला तो उनका देहांत हो गया। बाद में इसी ट्वीट को बिना स्वाति मालीवाल का नाम मेंशन किए तमाम लोगों ने शेयर कर दिया और कइयों पर अच्छे खासे रीट्वीट भी आए।
इसी प्रकार यूपी पुलिस द्वारा शेयर किए गए एक ट्वीट में देख सकते हैं कि अमन पटेल, अंकित पांडेय, अनुराग वर्मा और शोएब नाम के अकॉउंट से ये दावा किया गया कि उन सबकी माँ तीन घंटे तक लगातार तड़पीं और फिर छोड़कर चली गईं। सबने आखिर में सीएम योगी और पीएम मोदी को कोसा है। ट्वीट में देख सकते हैं कि एक-एक शब्द और इमोजी एक जैसा है, जिससे ये साफ नहीं है कि किसकी माँ का असली में देहांत हुआ और किसने सिर्फ़ सिस्टम को कोसने के लिए ऐसा प्रोपगेंडा रचा।
मालूम हो कि इस क्रम में सिर्फ़ आम सोशल मीडिया यूजर के नाम पर ये खेल नहीं खेला जा रहा बल्कि डॉक्टरों के नाम पर भी एक ही मैसेज वायरल करके एजेंडा सेट हो रहा है। उदाहरण के लिए नीचे स्क्रीनशॉट में देख सकते हैं कि कई आईडी से एक ही बात कही गई है कि एम्स दिल्ली में संक्रमितों का इलाज करते हुए डॉक्टर खुद संक्रमित हो गई और अब यदि कुछ हुआ तो बस उनके बच्ची की देखभाल हो।