Sunday, September 8, 2024
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स्लीपर सेल, चादर फैलाकर मुस्लिम इलाकों में चंदा, 3 दिन पहले से ही दंगाइयों का जुटान: खंभात में रामनवमी जुलूस पर हमले का ऐसे बना प्लान

पूरे प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हिंसा फैलाने का प्लान बनाया गया था, लेकिन इस साजिश को बहुत अधिक समर्थन नहीं मिला। इस साजिश के स्क्रीनशॉट पाकिस्तान तक की सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं।

गुजरात (Gujarat) के खंभात हिंसा की जाँच में कुछ और नए खुलासे हुए हैं। इस मामले में गिरफ्तार आरोपितों ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि हिंसा का मकसद हिन्दुओं के मन में मुस्लिमों का डर बैठाना था, ताकि भविष्य में वे मुस्लिम इलाकों से शोभा यात्रा निकालने का साहस न कर सकें। इस मामले में अब तक तीन मौलवियों सहित 11 आरोपित गिरफ्तार किए गए हैं। इन आरोपितों में 6 लोग इस साजिश रचने में शामिल थे।

एक स्थानीय समाचार दिव्य भास्कर के मुताबिक, इस पूरी घटना को अंजाम देने के लिए स्लीपर सेल ने लंबी तैयारी की थी। आरोपित रामनवमी के 3 दिन पहले ही खंभात में जमा हो गए थे। तैयारियों को अंजाम देने के लिए ईंट-पत्थरों को भी जमा कर लिया था, ताकि शोभा यात्रा पर पत्थरबाजी की जा सके। इस पूरी साजिश को अंजाम देने के लिए मुस्लिम इलाकों में चादर फैलाकर चंदा इकट्ठा किया गया था। जमा हुए इन पैसों का इस्तेमाल केस के बाद गिरफ्तार आरोपितों की जमानत करवाने और उनके केसों को लड़ने के लिए करना था।

इस पूरी घटना का मुख्य आरोपित मौलवी रज़्ज़ाक उर्फ अयूब है। DJ की आवाज पर हंगामे की शुरुआत उसी ने सबसे पहले की थी। इसी हंगामे के दौरान शोभा यात्रा में शामिल लोगों और पुलिस पर पत्थरबाजी शुरू हो गई थी। इस केस की जाँच अब SIT कर रही है। जिले के SP अजीत ने बताया कि हमला पूरी सुनियोजित और साजिश के तहत किए गए थे। इस मामले में अब तक कुल 57 आरोपित चिन्हित कर लिए गए हैं। फिलहाल पुलिस इस केस में विदेशी लिंक की तलाश कर रही है।

गुजरात डेली समाचार के मुताबिक पूरे प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हिंसा फैलाने का प्लान बनाया गया था, लेकिन इस साजिश को बहुत अधिक समर्थन नहीं मिला। इस साजिश के स्क्रीनशॉट पाकिस्तान तक की सोशल मीडिया में वायरल हो रहे हैं। पुलिस आरोपितों के फोन और मैसेज के रिकॉर्ड तलाश रही है।

टाइम्स ऑफ़ इंडिया के मुताबिक पुलिस ने बताया, “हमले के दौरान पूरे शहर में सोशल मीडिया पर मैसेज भेजे गए। इन संदेशों का मकसद अन्य इलाकों के लोगों को भड़काना था। इसके बाद मुख्य आरोपितों द्वारा अपने रिश्तेदारों को ऐसे संदेश भेजे गए जैसे कि वो कानून-व्यवस्था को सुधारने में पुलिस की मदद कर रहे हों। मौलवी अयूब के साथ माज़िद, जमशेद खान पठान, मौलवी वोहरा उर्फ़ मुस्तकीम, मोहम्मद सैयद और मतीन वोहरा भी इस घटना के मुख्य साजिशकर्ता हैं। रज़्ज़ाक के साथ साजिश में शामिल अन्य आरोपितों में कुछ ने हमलावरों को छिपाने की भी जिम्मेदारी ली थी।”

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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