तमिलनाडु के ईरोड में एक नाबालिग लड़की का अंडाणु खरीद-फरोख्त करवाने के आरोप में 3 आरोपित गिरफ्तार किए गए हैं। गिरफ्तार 3 लोगों में 2 महिला और एक पुरुष शामिल हैं। आरोपितों में लड़की की माँ और उसका प्रेमी (दूसरा पति भी) सैयद अली भी शामिल है। पीड़िता के साथ ये अत्याचार 8 बार किया गया। आरोपितों की गिरफ्तारी शुक्रवार (3 जून 2022) को की गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पीड़िता की उम्र 16 साल है। उसके अंडाणु को एक प्राइवेट सुधा अस्पताल में डोनेट करवाया जाता था। इसके एवज में लड़की की माँ इंद्राणी उर्फ़ सुमैया को 25000 रुपए मिलते थे। पैसे पाने के बाद आरोपिता ने अपने लालच को आदत में बदल डाला और बार-बार पीड़िता पर अंडाणु डोनेट करने के दबाव बनाया जाने लगा। आखिरकार पीड़िता अपने रिश्तेदारों के घर चली गई और अपनी आपबीती बताई।
पीड़ित लड़की के रिश्तेदार सालेम में रहते हैं। उन्होंने इस कृत्य की शिकायत पुलिस में की। पीड़ित लड़की इंद्राणी उर्फ़ सुमैया के पहले पति से पैदा हुई बेटी है। सैयद अली पीड़ित लड़की का सौतेला अब्बा है। पुलिस के अनुसार मासिक धर्म (माहवारी, पीरियड्स) आने के बाद से ही पीड़ित लड़की को अंडाणु डोनेट करने के लिए प्रताड़ित किया जाता था। सौतेला अब्बा सैयद अली ने कई बार पीड़ित लड़की का यौन शोषण भी किया है।
पुलिस ने केस दर्ज कर के पीड़िता की माँ, उसके प्रेमी सैयद अली और एक अन्य महिला मालाठी को गिरफ्तार कर लिया। हर अंडाणु डोनेट करने में सुमैया को मिलने वाले 25000 रुपए में 5000 मालाठी का हिस्सा होता था। पूछताछ में अरोपित माँ ने अपना गुनाह कबूल करते हुए ये सब पैसे के लिए करना बताया। अरोपित माँ उसी अस्पताल में पहले से दलाल का काम करती थी।
ஈரோட்டில் சிறுமியின் கருமுட்டை விற்பனை புகார் தொடர்பான விவகாரம் தமிழகத்தில் பெரும் கொந்தளிப்பை ஏற்படுத்தியுள்ளது.#Erode #Egg #YoungGirl #Saleshttps://t.co/pDps4lT1tZ
— Samayam Tamil (@SamayamTamil) June 3, 2022
जिस अस्पताल में नाबालिग का अंडाणु डोनेट करवाया जाता था, वहाँ के मैनेजमेंट से भी सवाल-जवाब किए जा रहे हैं। गिरफ्तार अन्य आरोपितों से भी इस अवैध काम में अस्पताल की भूमिका के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
एरोड दक्षिण के पुलिस इंस्पेक्टर पी विजय ने भी इस गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि आरोपित बच्ची का जबरन अंडाणु डोनेट करवा रहे थे। तमिलनाडु के स्वास्थ्य मंत्री ने इस मामले में बताया कि अगर इस अपराध में प्राइवेट अस्पताल की भूमिका सामने आती है तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।