Tuesday, September 17, 2024
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हिंदू संगठनों ने लुलु मॉल के बाहर पढ़ी हनुमान चालीसा, 20 हिरासत में: पुलिस को करना पड़ा बल प्रयोग, खुलासा – साजिशन पढ़ी गई थी नमाज

मॉल की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। प्रदर्शनकारी मॉल में घुसने का प्रयास कर रहे थे लेकिन पुलिस की मुस्तैदी से ये नहीं हो पाया। पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बने नवनिर्मित लुलु मॉल के अंदर नमाज़ के वीडियो वायरल होने के बाद विवाद ने तूल पकड़ लिया है। नमाज़ के विरोध में एक दिन पहले हुए सांकेतिक प्रदर्शन के बाद 16 जुलाई, 2022 (शनिवार) को हिन्दू संगठनों ने मॉल के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ी और प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने लगभग 20 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया।

प्रदर्शन के वायरल हो रहे वीडियो में प्रदर्शनकारियों की पुलिस से नोकझोंक हो रही है। हिरासत में लिए जाने के दौरान प्रदर्शनकारी जोर-जोर से हनुमान चालीसा का पाठ कर रहे थे। पुलिस उन्हें वाहनों में भर के ले जा रही थी। प्रदर्शनकरियों के हाथों में भगवा ध्वज दिखाई दे रहे थे।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मॉल की सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है। प्रदर्शनकारी मॉल में घुसने का प्रयास कर रहे थे लेकिन पुलिस की मुस्तैदी से ये नहीं हो पाया। पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। इस प्रदर्शन में राष्ट्रीय हिन्दू संरक्षक दल, करणी सेना आदि शामिल हैं।

बताया जा रहा है कि एक दिन पहले इसी जगह पर ‘हिन्दू समाज पार्टी’ ने प्रदर्शन किया था। उस दौरान भी हिन्दू संगठन के लोगों को हिरासत में लिया गया था। दिवंगत कमलेश तिवारी की पत्नी को हाउस अरेस्ट कर दिया गया था। विवाद को रोकने के लिए मॉल के मैनेजर समीर वर्मा हिन्दू महासभा के पदाधिकारी एडवोकेट शिशिर के घर भी गए। लेकिन, यह विवाद अभी भी बरकरार है।

नमाज़ नहीं बल्कि साजिश थी

इंडिया डॉट कॉम के मुताबिक, नमाज़ साजिशन पढ़ी गई थी। नमाज़ पढ़ने वालों की संख्या 8 बताई जा रही है जो मॉल से कुछ दूरी पर अपना वाहन खड़ा कर के मॉल के अंदर गए थे। वहाँ उन्होंने ग्राउंड फ्लोर पर नमाज़ पढ़नी चाही पर वहाँ उन्हें सिक्योरिटी स्टाफ ने रोक दिया। बाद में वो सभी पहले फ्लोर पर गए और नमाज़ पढ़ी। बाद में वो सभी वापस चले गए। माना जा रहा है कि वो सभी आरोपित नमाज़ पढ़ने ही वहाँ गए थे। फ़िलहाल पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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