कॉन्ग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) लोकप्रियता के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के सामने कहीं नहीं टिकते। ऐसे में राहुल को मोदी से आगे दिखाने के लिए कॉन्ग्रेस ने न्यूज चैनल आजतक (Aaj Tak) के एक ऐसे सर्वे का नतीजा ट्वीट कर दिया जो कभी हुआ ही नहीं। जब मीडिया संस्थान ने इसे फेक और फोटोशॉप बताया तो कॉन्ग्रेस ने बिना किसी स्पष्टीकरण के ट्वीट डिलीट कर दिया।
गुरुवार (13 अक्टूबर 2022) को अपने आधिकारिक हैंडल से दिल्ली कॉन्ग्रेस ने यह ट्वीट किया था। ट्वीट में आजतक का लोगो लगा एक स्क्रीनशॉट साझा किया गया था। ‘देश का मिजाज’ शीर्षक के साथ लगे इस स्क्रीनशॉट में राहुल गाँधी को 52 और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 46 प्रतिशत जनता की पसंद बताया गया था। साथ ही दिल्ली कॉन्ग्रेस ने लिखा, “देश का मिजाज बदल रहा है, जुमलेबाजों को अब जनता ने सबक सिखाने का मन बना लिया है।”
जब आजतक ने पाया कि उसने नाम से कॉन्ग्रेस झूठ परोस रही है तो उसने ट्वीट कर इसे फेक और फोटोशॉप बताया। मीडिया संस्थान ने लिखा, “दिल्ली कॉन्ग्रेस, इस ट्वीट में शेयर की गई जानकारी पूरी तरह से गलत है। यह तस्वीर फोटोशॉप है। आजतक ने ऐसा कोई सर्वे नहीं कराया है। यह पूरी तरह फेक है। हम आशा करते हैं कि आपके जैसे जिम्मेदार राजनीतिक संगठन आजतक के नाम पर गलत खबर वाले इस ट्वीट को तुरंत हटा लेंगे।”
CLARIFICATION: @INCDelhi इस ट्वीट में शेयर की गई जानकारी पूरी तरह से गलत है. यह तस्वीर Photoshopped है. आजतक ने ऐसा कोई सर्वे नहीं कराया है, यह पूरी तरह Fake है. हम आशा करते हैं कि आपके जैसे जिम्मेदार राजनीतिक संगठन आजतक के नाम पर गलत ख़बर वाले इस ट्वीट को तुरंत हटा लेंगे
— AajTak (@aajtak) October 13, 2022
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इसके बाद दिल्ली कॉन्ग्रेस ने दुष्प्रचार करने के लिए माफी माँगे बिना ही इस ट्वीट को हटा दिया। जब तक ट्वीट हटाया गया, तब तक इसे 1500 लोग लाइक कर चुके थे और 350 से अधिक बार रीट्वीट किया जा चुका था। आर्काइव से इस पोस्ट पर सोशल मीडिया यूजर्स का रिएक्शन भी देखा जा सकता है। यूजर्स पार्टी का जमकर मजाक उड़ा रहे हैं। उमाशंकर गुप्ता नाम के यूजर ने लिखा, “कौन सी भांग पीके पोस्ट शेयर करते हो भाई।” एक और यूजर ने लिखा, “अब आजतक भी कॉन्ग्रेस का मजाक बनाने लगा है।”
गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं है, जब कॉन्ग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र के खिलाफ नरैटिव सेट करने लिए झूठ का सहारा लिया हो। इस साल की शुरुआत (जनवरी 2022) में वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के संबोधन के दौरान पीएम मोदी बोलते-बोलते रुक गए थे। इस पर कॉन्ग्रेस पार्टी और राहुल गाँधी ने उन पर निशाना साधा था। उन्होंने आरोप लगाया कि टेलीप्रॉम्पटर रुक जाने की वजह से पीएम मोदी आगे नहीं बोल पाए। जबकि सच्चाई यह थी कि खामी Teleprompter में नहीं आई थी, बल्कि मैनेजिंग टीम ने पीएम से रुककर यह पूछने को कहा था कि सबको उनकी आवाज आ रही है या नहीं।
अमित शाह को लेकर फर्जी पत्र
इसी साल जून में कॉन्ग्रेस नेता नगमा मोरारजी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को घेरने के लिए एक फर्जी पत्र ट्वीट किया था। कथित पत्र में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा को जेड सुरक्षा प्रदान करने का निर्देश देने की बात कही गई थी।