झारखंड के बोकारो जिले से ईसाई धर्मांतरण का मामला सामने आया है। गोमिया प्रखंड के देवीपुर गाँव के एक घर में प्रार्थना सभा के नाम पर जुटे लोगों को स्थानीय ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। विरोध करने वाले ग्रामीणों का कहना है बाहर से पादरी आते हैं और लालच देकर धर्मांतरण करते हैं। हंगामे की सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुँची और हालात पर काबू पाया।
घटना रविवार (8 जनवरी 2023) की है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गाँव देवीपुर में रविवार को पाछू लाल यादव के घर में प्रार्थना के नाम पर सैकड़ों महिलाओं को जमा किया गया था। इस बात की जानकारी जब ग्रामीणों को हुई तो वे भी मौके पर पहुँचे। कुछ ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि प्रार्थना के नाम पर बाहरी पादरी भोले-भाले हिन्दुओं का धर्मान्तरण करवा रहे हैं। उन्होंने विरोध करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। इसके खिलाफ पाछू लाल यादव के घर में जमा लोग भी बाहर निकल आए और दो पक्ष आमने-सामने हो गए।
मामले की जानकारी जब पुलिस को हुई तो वह मौके पर पहुँच कर लोगों को समझाने-बुझाने में जुट गई। देवीपुर गाँव के निवासी अमित साव ने आरोप लगाया कि कई महीनों से मिशनरियों और पादरियों का आना-जाना लगा है। आरोप है कि उनके द्वारा करवाई जा रही प्रार्थना सभा में न सिर्फ ईसाइयत का प्रचार किया जाता है, बल्कि हिन्दू देवी-देवताओं की पूजा करने से भी रोका जाता है। आरोपों के मुताबिक सभा में ईसा मसीह का नाम लेने पर सभी दिक्क्तों के दूर होने और बच्चों की बीमारी ठीक होने की बात समझाई जाती है।
ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए पुलिस ने जमा भीड़ को वहाँ से हटा दिया। हालाँकि इस दौरान बाहर से जमा लोग प्रार्थना सभा जारी रखने पर अड़े हुए थे। ग्रामीणों ने शिकायत देकर गोमिया पुलिस से मामले में कठोर कार्रवाई की माँग की है। इसमें बताया गया है कि देवीपुर गाँव में प्रार्थना के नाम पर जमा होने वाली भीड़ आसपास के गाँवों से आती है। इन गाँवों में गोमिया, साड़म, होसिर, कथारा, विष्णुगढ़, तुलबुल, ढेंढे और बिरसा शामिल है। गोमिया के थाना प्रभारी राजेश रंजन ने कहा है कि मामले की जाँच की जा रही है।