रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बेंगलुरु में गुरुवार (19 सितंबर) की सुबह स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान में सफल उड़ान भरकर इतिहास रच दिया। वो देश के पहले रक्षा मंत्री बन गए, जिन्होंने तेजस में उड़ान भरी। रक्षा अधिकारियों ने बताया कि तेजस विमान भारतीय वायु सेना की 45वीं स्क्वाड्रन ‘फ्लाइंग ड्रैगर्स’ का हिस्सा है। इस लड़ाकू विमान को हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) और एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी ने डिज़ाइन और विकसित किया है।
#WATCH Defence Minister Rajnath Singh flies in Light Combat Aircraft (LCA) Tejas, in Bengaluru. #Karnataka pic.twitter.com/LTyJvP61bH
— ANI (@ANI) September 19, 2019
तेजस में उड़ान भरने से पहले राजनाथ सिंह ने पायलट की यूनिफॉर्म पहनकर एक फ़ोटो ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा, “सारी तैयारी हो चुकी है।”
All Set For The Day! pic.twitter.com/JUUdzafutq
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) September 19, 2019
ग़ौरतलब है कि वायु सेना तेजस विमानों की एक खेप अपने बेड़े में शामिल कर चुकी है। शुरुआती दौर में HAL को 40 तेजस विमानों के लिए ऑर्डर दिया गया था। साल 2018 में वायु सेना ने 50,000 करोड़ रुपए में 83 और तेजस विमानों की ख़रीद के लिए HAL को अनुरोध प्रस्ताव दिया था।
Raksha Mantri Shri @rajnathsingh returns to the HAL Airport after taking a sortie on ‘Tejas’.
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) September 19, 2019
He congratulated @HALHQBLR & @DRDO_India for building this Multi-role fighter aircraft and also praised the IAF, Indian Army and Navy for their professionalism, courage and bravery. pic.twitter.com/T3cHMnPHvJ
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तेजस में उड़ान भर कर स्वदेशी विमानों पर भरोसा जताया और उन्हें प्रमोट करने का संदेश देने के लिए उन्होंने इसमें उड़ान का फ़ैसला लिया।
Picture of the day. FIRST ever Defence Minister to fly in the indigenous LCA Tejas @rajnathsingh with @IAF_MCC great pilot AVM N Tiwari pic.twitter.com/40RwWOMvC5
— Aviator Anil Chopra (@Chopsyturvey) September 19, 2019
इससे पहले, पूर्व रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने लड़ाकू विमान सुखोई में उड़ान भर कर इतिहास रचा था। सुखोई के बारे में बता दें कि वो दो इंजन वाला लड़ाकू विमान है जबकि तेजस एक इंजान वाला लड़ाकू विमान है।
स्वदेशी लड़ाकू विमान तेजस की विशेषताएँ
- तेजस एयरक्राफ्ट की सर्वाधिक स्पीड 1.6 मैक है। 2000 किमी की रेंज को कवर करने वाले तेजस का अधिकतम थ्रस्ट 9163 केजीएफ है।
- इसमें ग्लास कॉकपिट, हैलमेट माउंटेड डिस्प्ले, मल्टी मोड रडार, कम्पोजिट स्ट्रक्चर और फ्लाई बाई वायर डिजिटल सिस्टम जैसे आधुनिक फीचर हैं।
- इस जेट पर दो आर-73 एयर-टू-एयर मिसाइल, दो 1000 एलबीएस क्षमता के बम, एक लेज़र डेजिग्नेशन पॉड और दो ड्रॉप टैंक्स हैं।
- एक तेजस को बनाने में क़रीब 300 करोड़ रुपए का ख़र्च आता है। इसे बनाने में भारत निर्मित कार्बन फाइबर का इस्तेमाल किया गया है। इसी वजह से इसका वज़न 12 टन है और लंबाई 13.2 मीटर है, जो बेहद मज़बूत भी है।
- तेजस के पंखों का फैलाव 8.2 मीटर है और ऊँचाई 4.4. मीटर है। रफ़्तार की बात की जाए तो 1350 किमी प्रति घंटा है।
- दुश्मनों के छक्के छुड़ाने के लिए इस विमान में आर-73 एयर टू एयर मिसाइल, लेज़र गाइडेड मिसाइल और बियांड विजुएल रेंज अस्त्र मिसाइल लगाई जा सकती है।