Tuesday, September 17, 2024
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कहीं गिरे खंभे, कहीं मकानों की छतें उड़ीं…: गुजरात में दिखा चक्रवात बिपरजॉय का असर, कई इलाकों में तेज हवाएँ और भारी बारिश

हालात को देखते हुए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमों को तैनात किया गया है। राज्य और केंद्र सरकार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। बिपरजॉय की वजह से द्वारकाधीश मंदिर को शुक्रवार (16 जून 2023) श्रद्धालुओं के लिए बंद किया गया है।

चक्रवात बिपरजॉय ने गुजरात में दस्तक दे दी है। इसका असर भी देखने को मिल रहा है। राज्य के कई इलाकों में तेज हवाएँ चल रही हैं और बारिश हो रही हैं। कई जगह हवा के रफ्तार के कारण पेड़, खंभे और होर्डिंग्स गिर गए हैं और कई घरों के शेड उड़ गए हैं। कच्छ और सौराष्ट्र ज्यादा प्रभावित नजर आ रहा है।

IMD के निदेशक मनोरमा मोहंती का कहना है कि चक्रवात जखाऊ पोर्ट से 40 किलोमीटर दूर है। बिपरजॉय का लैंडफॉल शुरू हो चुका है और यह पूरा लैंडफॉल प्रोसेस आधी रात तक होगा। एनडीआरएफ के आईजी नरेंद्र सिंह बुंदेला ने कहा कि चक्रवात बिपरजॉय का मुख्य प्रभाव गुजरात के कच्छ क्षेत्र और राजस्थान के दक्षिण क्षेत्र में होगा।

वडोदरा में भी बिपरजॉय का प्रभाव देखने को मिल रहा है। शहर में तेज बारिश हो रही है। द्वारका जिले में पेड़ गिरने की घटनाओं में कम से कम तीन लोग घायल हो गए. जखाऊ और मांडवी कस्बों के पास कई पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए हैं।

एहतियात के तौर पर तटीय इलाकों के लगभग एक लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचा दिया गया है। वहीं, 76 से ज्यादा ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। इसके साथ ही लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गई है।

हालात को देखते हुए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की कई टीमों को तैनात किया गया है। राज्य और केंद्र सरकार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। बिपरजॉय की वजह से द्वारकाधीश मंदिर को शुक्रवार (16 जून 2023) श्रद्धालुओं के लिए बंद किया गया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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