उत्तर प्रदेश के शाहजहाँपुर जिले में प्रोफेसर आलोक गुप्ता की उनके घर पर हुई डकैती के दौरान हत्या कर दी गई थी। यूपी पुलिस ने इस घटना में शामिल डकैत शाहबाज को मार गिराया है। 19 सितंबर 2023 को पुलिस शाहबाज को पेशी पर अदालत ले जा रही थी। इसी दौरान गाड़ी पलट गई और शाहबाज एक सब इंस्पेक्टर की रिवॉल्वर छीन कर फायरिंग करने लगा। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे मार गिराया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक 18-19 सितंबर की दरम्यानी रात शाहजहाँपुर जिले के कटरा थाना क्षेत्र निवासी प्रोफेसर आलोक गुप्ता के घर में डकैती पड़ी थी। इस दौरान 35 वर्षीय प्रोफेसर की नींद अचानक खुल गई थी। उन्होंने डकैतों का विरोध किया। डाकुओं ने प्रोफेसर पर चाकुओं से हमला कर दिया। चाकुओं के कई वार लगने की वजह से प्रोफेसर की मौत हो गई। उनकी आँख तक फोड़ दिया गया था। प्रोफ़ेसर को बचाने आईं उनकी पत्नी, पिता, भाई, भाभी और बच्चों को भी डकैतों ने धारदार हथियारों से घायल कर दिया।
घायल होने के बावजूद परिजनों ने शहबाज़ और उसके साथी सहरोज को पकड़ लिया। बाकी डकैत भाग निकले थे। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुँची। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। घायलों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया। घायलों में 3 और 4 साल के बच्चे भी शामिल हैं। घटना के बाद इलाके में तनाव फ़ैल गया था। कुछ लोगों ने विरोध स्वरूप सड़क जाम कर दी थी। पुलिस ने केस दर्ज कर के मामले की जाँच शुरू की। फरार डाकुओं पर 75 हजार का इनाम घोषित किया।
डकैतों को पकड़ने के लिए पुलिस की कई टीमें लगाई गई है। पुलिस को यह भी जानकारी मिली कि पकड़ा गया डकैत शाहबाज़ एक अन्य दवा व्यापारी की भी हत्या में वांछित है। पुलिस ने शाहबाज को हिरासत में लिया और पेशी के लिए कोर्ट ले जाने लगी। इस दौरान एक जानवर सड़क पर आया। जानवर को बचाने के चक्कर में पुलिस वाहन के ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया और गाड़ी पलट गई। गाड़ी पलटते ही शाहबाज अपने साथ चल रहे सब इंस्पेक्टर हितेश तोमर की सर्विस रिवॉल्वर छीन कर खेतों की तरफ भागा। पुलिस ने उसे रुकने के लिए कहा तो शाहबाज़ गोलियाँ चलाने लगा।
— SHAHJAHANPUR POLICE (@shahjahanpurpol) September 20, 2023
पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की। इस मुठभेड़ में लगी गोली से शाहबाज़ गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे अस्पताल ले गया, जहाँ उसकी मौत हो गई। शहरोज को गिरफ्तार कर पूछताछ और अन्य कानूनी प्रक्रिया की जा रही है। 40 वर्षीय शाहबाज़ कभी ई रिक्शा चलाया करता था, वहीं शहरोज सैलून में काम करता है।