Thursday, November 28, 2024
486 कुल लेख

अजीत भारती

पूर्व सम्पादक (फ़रवरी 2021 तक), ऑपइंडिया हिन्दी
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प्रशांत भूषण के 10 कांड जब सुप्रीम कोर्ट ने लगाई लताड़ | Ajeet Bharti on Prashant Bhushan getting humiliated by SC

प्रशांत भूषण ने पिछले 11 सालों में कई बार सुप्रीम कोर्ट के जजों को भ्रष्टाचारी कहा, उन्हें केस से हटने को कहा, यहाँ तक कहा कि उन्हें जनहित याचिका समझना नहीं आता।
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बेंगलुरु दंगा एक योजना का हिस्सा है, और कुछ नहीं: अजीत भारती का वीडियो । Ajeet Bharti on Bengaluru Riots

बेंगलुरु के दंगे की अगर आप पूरी डिटेल को न भी देखें कि सड़क पर कितने लोग उतरे, किसने क्या किया, तो भी समझ जाएँगे कि ये काम किसका...

उत्तराखंड के देवसलसारी स्थित कोणेश्वर महादेव मंदिर की यात्रा: अजीत भारती का वीडियो । Ajeet Bharti visits Koneshwar Mahadev Temple

एक दिन भगवान शिव यहाँ पर घूमने आए। उन्हें यह जगह बहुत अच्छी लगी। उन्होंने साधु का वेश बनाकर ग्रामीणों से यहाँ पर बसने के लिए...
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अब्दुल अब्दुल अब्दुल… : अजीत भारती का अब्दुल वाला वीडियो । Ajeet Bharti roasts Ravish Kumar and Rahat Indori

बंगलुरु में दंगे हो गए, कॉन्ग्रेस विधायक के भतीजे ने किसी हिन्दूघृणा से रिसते पोस्ट के नीचे कोई कमेंट किया और अल्पसंख्यक समुदाय को बुरा लग गया।
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लिब्रांडू फेसबुक छोड़ रहे हैं! पर क्यों? अजीत भारती का वीडियो । Ajeet Bharti on Liberals leaving Facebook

लिबरलों ने अपना फेसबुक अकाउंट इसलिए बंद किया, क्योंकि वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया कि फेसबुक के शीर्ष अधिकारी ने...

स्वतंत्रता के मायने: एक भारतीय को चाहिए ‘आजादी’ इन 8 तरह के लोगों से…

'हिन्दुओं से आजादी' भी इसी एक शब्द में समेट दी गई है, जो बार-बार, रूप बदल कर हमारे कानों तक पहुँचती है। साथ ही, 'केरल माँगे आजादी' जैसे संदर्भ भी इसी शब्द में सिमटे हुए हैं।

अब्दुल अब्दुल अब्दुल… सौ में लगा धागा, अब्दुल आग लगा कर भागा

अब्दुल आग लगाएगा, फिर ह्यूमन चेन बनाएगा, फिर फोटो भी खिंचवाएगा, फिर अच्छा अब्दुल कहलाएगा! पर अब्दुल भाई ये तो बोलो, अपने दिल के राज तो खोलो, मंदिर को बचा रहे थे किस से? जलाने वाले थे किस मजहब के!
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शाह फैसल ने छोड़ी राजनीति, दोबारा बनेंगे IAS? अजीत भारती का वीडियो | Ajeet Bharti on Shah Faesal Quitting Politics

शाह फैसल के राजनीति में आने पर खास मजहब वालों ने बढ़-चढ़कर दान दिया और समर्थन दिया था और अब जब उनके वापस से प्रशासनिक सेवा में जुड़ने की खबर आ रही है, तो वो लोग इसे कौम के साथ गद्दारी बता रहे हैं।