Friday, September 20, 2024
227 कुल लेख

अजीत झा

देसिल बयना सब जन मिट्ठा

जंगलराज का डर ऐसा कि लालू से अपने भी काट रहे कन्नी, ‘मोदी के हनुमान’ कहीं चुस्त तो कहीं सुस्त

जमीन पर यह चर्चा जोर-शोर से है कि लोजपा के कुछ कैंडिडेट जीतने में सफल रहे तो बीजेपी नीतीश कुमार को छोड़ देगी।

अब यीशु की पूजा करते हैं… हैदर जिसको कहता है उसे वोट देते हैं… मोदी ने सब बंद करवा दिया है…

"यहाँ 13-14 घर संथाल है। इसमें चार घर ईसाई हो गया है। हमलोगों का 500 के करीब वोट पड़ता है। सब जुट जाएँगे तो समझिए 2000 के करीब होगा।"

बिहार चुनाव 2020: जमुई की 4 सीटों पर ‘बंगला’ और ‘बागी’ से उलझे समीकरण

बिहार के 14 जिलों की जिन 71 सीटों पर पहले चरण यानी 28 अक्टूबर को वोट डाले जाने हैं, उनमें जमुई की भी चार सीटें हैं।

संजय सिंह और डेरेक ओ ब्रायन ने ईशान करण की चिट्ठी नहीं पढ़ी… वरना पत्रकार हरिवंश से पंगा न लेते

दूर बैठकर भी कर्मचारियों के मन को बखूबी पढ़ लेने वाले हरिवंश जी, अब आसन पर बैठ संजय सिंह, डेरके ओ ब्रायन की 'राजनीति' को पढ़ हँसते होंगे।

नरेंद्र मोदी: यह नाम लेते ही आपके जेहन में कैसी तस्वीर उभरती है?

नरेंद्र मोदी, यानी एक ऐसा नेता जो कोई भी बड़ा निर्णय ले सकता है, चाहे विकास के एजेंडे पर हो या फिर राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा।

देखले दरभंगा, चिन्हले चपरासी: नाम वाले गुलाम किनारे, ‘नामदार’ के वफादारों को प्रमोशन से कॉन्ग्रेस का कितना भला?

व्यापक फेरबदल के नाम पर ओल्ड गार्ड को किनारे कर कॉन्ग्रेस ने युवराज के वफादारों को भाव दिया है। यह उस यो​जना का हिस्सा है जो अध्यक्ष पद पर राहुल गॉंधी की दोबारा ताजपोशी से पूरी होनी है।

तेजप्रताप के लिए रघुवंश ‘एक लोटा पानी’… फिर उनके इस्तीफे से लालू इतने बेचैन क्यों?

भले रघुवंश प्रसाद सिंह का प्रभाव सीमित हो। लेकिन लालू जानते हैं कि उनके बिना तेजस्वी की चुनावी राजनीति सुरक्षित नहीं है। सो, मनाने की कोशिशें जारी है।

सुशांत मामले में मीडिया ट्रायल पर रोने वाले राजदीप सरदेसाई की ‘त्रि-या चरित्र’ पत्रकारिता

राजदीप के लिए सुशांत भले बड़े स्टार नहीं थे पर रिया चकवर्ती का प्रोफाइल इतना बड़ा है कि उसे घंटों सफाई देने का मंच मुहैया कराया जाता है।