'जय भीम', 'चक दे इंडिया', 'शेरनी', 'चंद्रकांता' और 'काबुलीवाला' - इन सब में क्या कॉमन है? सभी में असली कहानी से छेड़छाड़ कर के हिन्दुओं को बदनाम किया गया।
यह अल्पज्ञात तथ्य है कि लता मंगेशकर ने शुरुआती समय में समाज सेवा के लिए गायन छोड़ने का मन बना लिया था। लेकिन सावरकर के समझाने पर वह इसी दिशा में बढ़ीं।
तालिबान के झंडे में एक सफेद पृष्ठभूमि होती है, जिस पर इस्लामिक शहादा काले रंग में छपा होता है। जबकि आईएसआईएस के झंडे की पृष्ठभूमि काली है और सफेद रंग में इस्लामिक शहादा (Islamic Shahada) छपा हुआ है।
भारत की छवि धूमिल करने के प्रयास में द लॅन्सेट, IHME और एनडीटीवी ने बढ़ा-चढ़ाकर कोरोना से मौत के अनुमानित आँकड़े पेश किए। अब सबके हवाई अनुमान धराशाही हो चुके हैं।