Wednesday, September 18, 2024
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फैक्ट चेक: केंद्रीय मंत्री अल्फोंस ने नहीं ली शहीद के ताबूत के साथ सेल्फी, कॉन्ग्रेस ने फैलाया था झूठ

प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुरजेवाला ने कहा, "मोदी जी के पर्यटन मंत्री ने तो बेशर्मी की सब हदें तोड़ डालीं, सेल्फी विद ​डेड बॉडी ऑफ ए शहीद। क्या इससे भी ज्यादा दर्दनाक कोई बात हो सकती है और शर्मसार करने वाली?"

पुलवामा आतंकी हमले के बाद कॉन्ग्रेस आई टी सेल दिन-रात भाजपा सरकार को घेरने के लिए झूठी ख़बरों का सहारा लेता दिख रहा है। कॉन्ग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बृहस्पतिवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि केंद्रीय पर्यटन राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) के जे अल्‍फोंस ने अंतिम संस्कार से पहले शहीद के पार्थिव शरीर के साथ सेल्फी ली। कॉन्ग्रेस नेता ने मीडिया को बुलाकर एक तस्वीर भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखाई, जिसे सुरजेवाला ने अल्फोंस की सेल्फी बताया।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुरजेवाला ने कहा, “मोदी जी के पर्यटन मंत्री ने तो बेशर्मी की सब हदें तोड़ डालीं, सेल्फी विद ​डेड बॉडी ऑफ ए शहीद। क्या इससे भी ज्यादा दर्दनाक कोई बात हो सकती है और शर्मसार करने वाली?”

अल्फोंस की वास्तविक तस्वीर में देखा जा सकता है कि अल्फोंस के दोनों हाथ नीचे हैं, जबकि कॉन्ग्रेस की समस्या थी कि यह सेल्फ़ी ले रहे थे। कॉन्ग्रेस ने अपने झूठे दावे को हवा देने के लिए तस्वीर को क्रॉप कर इस तरह से मीडिया के सामने रखा जैसे यह अल्फोंस द्वारा ली गई सेल्फ़ी हो। सुरजेवाला ने तस्वीर से एक हाथ गायब किया है क्रॉपिंग के द्वारा ताकि लगे कि वो सेल्फी है। जबकि हक़ीक़त ये है कि तस्वीरों से यह साफ होता है कि वायरल हो रही अल्फोंस की तस्वीर सेल्फी नहीं बल्कि मीडिया के कैमरे से खींची गई तस्वीर है।

लगातार प्रयासरत रहने के बावजूद भी भाजपा सरकार के खिलाफ सुबूत जुटाने में नाकाम रहने वाली कॉन्ग्रेस पार्टी अपनी विश्वसनीयता खोती जा रही है और उलजुलूल हथकंडे अपना रही है। कभी यह पार्टी अपनी रैली में भीड़ जुटाने के लिए फोटोशॉप का सहारा लेती नजर आ रही है तो कभी तस्वीरों को क्रॉप कर पूरी मीडिया में झूठ की खेती कर रही है। राफेल डील से लेकर सेल्फ़ी प्रकरण तक, सब जगह कॉन्ग्रेस के दावे झूठे साबित होते आ रहे हैं।

एक पार्टी, जिसका अध्यक्ष राहुल गाँधी स्वयं झूठ के कारोबार में लिप्त है उन पार्टी प्रवकता से और क्या उम्मीद की जा सकती है।पार्टी का दिनों-दिन गिरता हुआ यह स्तर ही चुनाव के बाद अपनी हार के लिए EVM को दोषी ठहराता है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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