Saturday, November 16, 2024
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अखिलेश के जिन्ना वाले बयान की लीपापोती में उतरे ऑल्ट न्यूज और द वायर, बता डाला- फर्जी खबर जबकि वास्तव में बयान मौजूद

एक आर्टिकल पब्लिश कर Alt News ने दावा किया कि अखिलेश यादव ने यह नहीं कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना ने भारत को आजादी दिलाई थी, क्योंकि उन्होंने सिर्फ जिन्ना का नहीं, बल्कि सरदार पटेल और अन्य लोगों के नाम का भी उल्लेख किया था।

वामपंथी प्रोपेगेंडा ‘फैक्ट-चेक’ बेबसाइट Alt News अब समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के बचाव में उतर आया है। इस वामपंथी प्रोपेगेंडा पोर्टल द्वारा सपा प्रमुख के बचाव में लिखे गए एक आर्टिकल में कहा गया कि अखिलेश के बयान को गलत तरीके से और संदर्भ से अलग हटकर लिया गया। बता दें कि पाकिस्तान के संस्थापक और भारत के विभाजन के कर्ता-धर्ता मोहम्मद अली जिन्ना का महिमामंडन करने को लेकर अखिलेश यादव को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है।

9 नवंबर, 2021 को Alt News ने अखिलेश यादव के जिन्ना वाले बयान को ‘फेक न्यूज’ साबित करने के लिए एक आर्टिकल पब्लिश किया। Alt News ने दावा किया कि यादव ने यह नहीं कहा कि मोहम्मद अली जिन्ना ने भारत को आजादी दिलाई थी, क्योंकि उन्होंने सिर्फ जिन्ना का नहीं, बल्कि सरदार पटेल और अन्य लोगों के नाम का भी उल्लेख किया था। Alt News का आर्काइव वर्जन यहाँ पर देखा जा सकता है।

9 नवंबर की रिपोर्ट में अखिलेश यादव के जिन्ना वाले बयान को व्हाइटवॉश किया

जैसे ही Alt News ने अखिलेश के जिन्ना के बयान की ‘फैक्ट-चेक’ की, अल्ट्रा-लेफ्ट प्रोपेगेंडा वेबसाइट ‘द वायर’ ने भी इसको फॉलो किया। 11 नवंबर को इसने ऑल्ट न्यूज़ द्वारा किए गए ‘फैक्ट-चेक’ को प्रकाशित किया। ‘द वायर’ रिपोर्ट का आर्काइव्ड वर्जन यहाँ देखा जा सकता है।

अखिलेश यादव की जिन्ना टिप्पणी पर 11 नवंबर को ‘द वायर’ द्वारा प्रकाशित ‘फैक्ट-चेक’

यहाँ दिलचस्प बात यह है कि समाजवादी पार्टी प्रमुख को क्लीन चिट देने की जल्दबाजी में ऑल्ट न्यूज़ और द वायर ने स्वीकार किया कि अखिलेश यादव ने वास्तव में वही टिप्पणी की थी, जिसके लिए उनकी आलोचना की जा रही है। ऑल्ट न्यूज़ और वायर के लॉजिक के अनुसार, यदि आप भारत के असली स्वतंत्रता सेनानियों में उनका नाम शामिल करते हैं तो जिन्ना की प्रशंसा करना सही हो जाता है।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव द्वारा 31 अक्टूबर को समाजवादी विजय रथ यात्रा के दौरान एक रैली को संबोधित करते हुए मुहम्मद अली जिन्ना का महिमामंडन करने के बाद विवाद छिड़ गया था। बैठक यूपी के हरदोई जिले में आयोजित की गई थी, जहाँ समाजवादी पार्टी प्रमुख को जिन्ना की प्रशंसा करते देखा गया था।

सरदार पटेल को याद करने के बहाने अखिलेश यादव ने कहा था, “सरदार पटेल जमीन को पहचानते थे और जमीन को देखकर फैसले लेते थे, इसीलिए उन्हें आयरन मैन के नाम से जाना जाता है। सरदार पटेल जी, राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी, जवाहरलाल नेहरू और जिन्ना एक ही संस्था में पढ़कर बैरिस्टर बने थे। वह बैरिस्टर बने, उन्होंने आजादी दिलाई। अगर उन्हें किसी भी तरह का संघर्ष करना पड़ा होगा तो वे पीछे नहीं हटे।”

जैसे ही अखिलेश यादव की उनके विवादास्पद बयान के लिए व्यापक आलोचना होने लगी, Alt News समाजवादी पार्टी के नेता का बचाव करने और उन्हें भाजपा के प्रोपेगेंडा के शिकार के रूप में चित्रित करने के लिए दौड़ पड़ा। इसने बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय और कंचन गुप्ता द्वारा पोस्ट किए गए ट्वीट्स का हवाला देते हुए दावा किया कि अखिलेश यादव के बयान को ‘संदर्भ से बाहर’ लिया गया था।

Alt News का लॉजिक

Alt News के अनुसार, अखिलेश यादव ने जिन्ना के साथ-साथ बाकी स्वतंत्रता सेनानियों का भी जिक्र किया था तो उनके दावे में कुछ गलत नहीं था। इसका कहना कि अमित मालवीय ने क्रॉप्ड वीडियो शेयर किया था, जिसमें मोहम्मद अली जिन्ना के भारत को स्वतंत्रता दिलाने की बात है। प्रोपेगेंडा वेबसाइट का कहना है कि भाषण के पूरे क्लिप में अखिलेश यादव को सरदार पटेल, जवाहरलाल नेहरू और महात्मा गाँधी के साथ जिन्ना का नाम लेते हुए सुना जा सकता है। ऑल्ट न्यूज़ ने दावा किया, “अपने भाषण में यादव ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम के संदर्भ में केवल जिन्ना का उल्लेख नहीं किया था। उनके बयान को क्लिप कर दिया गया और इसे गलत संदर्भ में प्रसारित किया जा रहा है।”

हालाँकि, Alt News के फैक्ट-चेक में एक समस्या है। वह यह है कि अगर अखिलेश यादव ने पहले सरदार पटेल और फिर दूसरे स्वतंत्रता सेनानियों का नाम लिया था तो इसका मतलब यह नहीं है कि उन्होंने जिन्ना का जिक्र नहीं किया। जिन्ना के साथ स्वतंत्रता सेनानी का नाम लेने से सब OK नहीं हो जाता है। बता दें कि अखिलेश यादव के इस बयान को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ‘शर्मनाक’ और ‘तालिबानी मानसिकता’ वाला बताया था और इसके लिए अखिलेश यादव को माफी माँगने की बात कही थी। वहीं, अखिलेश ने लोगों को फिर से इतिहास की किताबें पढ़नी की नसीहत दी थी।

इस बीच बरेली की एक अदालत के आदेश पर जिन्ना की तारीफ करने पर अखिलेश यादव के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। अदालत ने वकील वीरेंद्र गुप्ता की शिकायत पर सपा प्रमुख के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया। गुप्ता ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, लेकिन पुलिस द्वारा मामला दर्ज करने से इनकार करने के बाद उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया था। इस पर संज्ञान लेते हुए एसीजेएम कोर्ट ने पुलिस को अखिलेश यादव के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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