प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार (17 जनवरी 2022) को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) के दावोस एजेंडा समिट में हिस्सा लिया। इस समिट में पीएम मोदी द्वारा दिए गए संबोधन की एक क्लिप को शेयर करते हुए कॉन्ग्रेस ने उन पर तंज कसा है। इसके साथ-साथ राहुल गाँधी ने भी पीएम मोदी पर निशाना साधा है। कॉन्ग्रेसी इको-सिस्टम के सिपाही विनोद कापड़ी और रोहिणी सिंह जैसे लोगों ने भी खुशी जाहिर की।
Teleprompter guy: Achha chalta hun, duaon mein yaad rakhna#TeleprompterPM pic.twitter.com/1Zy11MF984
— Congress (@INCIndia) January 17, 2022
इतना झूठ Teleprompter भी नहीं झेल पाया।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 18, 2022
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में अब पहले की तरह विश्व के नेता आमने-सामने नहीं मिलते हैं, सब वीडियो कॉल पर होता है। कोरोना काल में पीएम मोदी भी दावोस एजेंडा समिट में वर्चुअली शामिल हुए। इसी इवेंट की जो क्लिप शेयर की जा रही है, उसमें वह अपने संबोधन के दौरान बोलते-बोलते रुक जाते हैं। इस पर कॉन्ग्रेस पार्टी और राहुल गाँधी ने निशाना साधा है। आरोप लगाया जा रहा है कि टेलीप्रॉम्पटर (Teleprompter) रुक जाने की वजह से पीएम मोदी आगे नहीं बोले।
Seems some poor technicians in the PMO will lose their job today. Just hope they aren’t charged with sedition/UAPA and what not. Noida media must be on standby to take out some Khalistani link to the embarrassment today!
— Rohini Singh (@rohini_sgh) January 17, 2022
भारत की 140 करोड़ जनता को आज पता चल गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 साल से प्रेस कॉन्फ़्रेंस क्यों नहीं कर रहे हैं ?? pic.twitter.com/uqzwe0nKZz
— Vinod Kapri (@vinodkapri) January 17, 2022
टेलीप्रॉम्पटर के कारण बोलना छोड़े PM मोदी?
कॉन्ग्रेस जो झूठ फैला रही है, उसका आधार आधा-अधूरा वीडियो है। पूरी वीडियो देखेंगे तो समझ आएगा कि वास्तव में क्या हुआ था। पूरी वीडियो से पता चलता है कि खामी Teleprompter में नहीं आई थी, बल्कि मैनेजिंग टीम ने पीएम से रुककर यह पूछने को कहा था कि सबको उनकी आवाज आ रही है या नहीं।
Don’t those getting excited at the tech glitch not realise that the problem was at WEF’s end? They were not able to patch PM, so requested him to start again, which is evident in the way Klaus Schwab said that he will again give a short introduction and then open up the session… pic.twitter.com/HblG1w0mfN
— Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) January 17, 2022
बता दें कि कार्यक्रम के दौरान तकनीकी गड़बड़ी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की तरफ से हुआ था। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के यूट्यूब चैनल पर पीएम मोदी का भाषण बीच से शुरू होता है। तभी को-ऑर्डिनेटर ने पीएम मोदी के भाषण के बीच में टोका। इसके बाद क्लॉस स्कैब ने ऑफिशियल सेशन को फिर से शुरू करने की बात कही। उन्होंने सेशन को फिर से शुरू किया। इसके बाद पीएम ने इंगलिश इंटरप्रटेशन के साथ भाषण की शुरुआत की। सच्चाई यह है कि यह खराबी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की तरफ से था ना कि टेलीप्रॉम्पटर की खराबी थी।
Checkmate fakers @RoflGandhi_ @rohini_sgh @vinodkapri Again failed to dent his image, You just cant even harm a hair of his head. Pappu is one and only. Try hard next time. pic.twitter.com/jFxWmFvdJ9
— Lala (@FabulasGuy) January 18, 2022
पीएम मोदी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में देश को संबोधित कर रहे थे न कि बीजेपी को। मगर कॉन्ग्रेस के अंदर मोदी के प्रति इतनी नफरत भर गई है कि यह देश से ही नफरत करने लगे हैं और पीएम को लेकर झूठ फैलाने में लगे रहते हैं। कॉन्ग्रेस के आईटी सेल को यह याद रखना चाहिए कि अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम के दौरान तकनीकी समस्या एक उत्कृष्ट वक्ता के रूप में प्रधानमंत्री की प्रतिष्ठा को कम करने वाली नहीं है।
PM Modi was speaking at World Economic Forum representing India not BJP
— Political Kida (@PoliticalKida) January 17, 2022
But there are Indians so full of PM Modi hate that they have started hating India, clipping the video to show as if Indian PM got insulted. https://t.co/9HnifDxRmU
2019 के चुनाव में पीएम मोदी को भ्रष्ट दिखाने के लिए इनके ‘चौकीदार चोर है’ वाले अभियान पर भी देश ने दिखा दिया कि पीएम की वक्तृत्व कला को लेकर उनका मुकाबला करना बेहद मुश्किल होगा। जनता ने दिखा दिया कि वे मोदी को पसंद करें या न करें, लेकिन देश के प्रति सम्मान रखना होगा।