Wednesday, May 1, 2024
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‘तिरंगा लहराने के लिए राशिद खान पर ICC ने लगाया ₹55 लाख का जुर्माना, तो रतन टाटा ने दे दिए ₹10 करोड़’: दिग्गज उद्योगपति ने दी सफाई

रतन टाटा को यह सफाई इसलिए देनी पड़ी है क्योंकि कुछ यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया अकाउंट्स ने यह झूठी जानकारी डाली थी कि उन्होंने राशिद खान को भारतीय तिरंगा लहराने के लिए ₹10 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया है।

कारोबारी रतन टाटा ने उन व्हाट्सएप्प मैसेज और झूठी खबरों का खंडन किया है जिनमें उनके द्वारा अफगानिस्तान के क्रिकेटर राशिद खान को ₹10 करोड़ रुपए दिए जाने की बात कही गई है। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल (ICC) को भी कोई सलाह देने की खबरों का भी खंडन किया है।

रतन टाटा ने लिखा, “मैंने ICC या अन्य किसी क्रिकेट संस्था को किसी भी खिलाड़ी को जुर्माना या पुरस्कार देने सम्बन्धी कोई राय नहीं दी है। मेरा क्रिकेट से कोई लेना देना नहीं है। कृपया ऐसे व्हाट्सएप्प फॉरवर्ड और इस तरह की वीडियो पर कभी विश्वास ना करें जब तक कि वह मेरे आधिकारिक प्लेटफॉर्म से ना आएँ।”

रतन टाटा को यह सफाई इसलिए देनी पड़ी है क्योंकि कुछ यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया अकाउंट्स ने यह झूठी जानकारी डाली थी कि उन्होंने राशिद खान को भारतीय तिरंगा लहराने के लिए ₹10 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया है।

इन वीडियो और सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया गया था कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान के मैच के बाद अफगानिस्तान के जीतने पर राशिद खान ने भारतीय झंडा लहराया। इस पर पाकिस्तान ने ICC से इसकी शिकायत की और ₹55 लाख का जुर्माना उन पर लगाया लेकिन रतन टाटा ने उन्हें ₹10 करोड़ देने की घोषणा की है।

यूट्यूब पर ‘क्रिकेट ग्लोबल’ नाम के एक चैनल ने यह झूठी जानकारी फैलाई थी जबकि ‘X’ (पहले ट्विटर) पर भी कुछ लोगों ने इस संबंध में पोस्ट किए थे। अब रतन टाटा ने यह स्पष्ट किया है कि उन्होंने राशिद खान को कोई पुरस्कार देने की घोषणा नहीं की है।

रतन टाटा द्वारा राशिद खान को ₹10 करोड़ देने सम्बंधित वीडियो
ग्लोबल क्रिकेट’ नाम के चैनल ने भी झूठ फैलाया था

रतन टाटा के बारे में यह दावा इसलिए भी तेज़ी से फैला क्योंकि वह देशभक्ति के काम करने के लिए जाने जाते रहे हैं और उनके संबंध में ऐसी कई कहानियाँ सोशल मीडिया पर घूमा करती हैं। इनमें से कुछ कहानियाँ सच तो कुछ कहानियाँ झूठी होती हैं।

रतन टाटा के नाम से ऐसे दावों का फैलाया जाना कोई नई बात नहीं है। इससे पहले जून माह में ही उन्होंने ‘एक्स’ (पहले ट्विटर) पर एक ट्वीट करके बताया था कि उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी में कोई निवेश नहीं किया है। उनके बारे में यह झूठी खबरें फैलाई जा रहीं थी कि उन्होंने एक नया निवेश क्रिप्टोकरेंसी में किया है।

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अर्पित त्रिपाठी
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