Sunday, September 1, 2024
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Cannes Film Festival: भारतीयों का जलवा, बेस्ट एक्ट्रेस समेत जीती कई ट्रॉफियाँ, All We Imagine As Light’ को ग्रैंड प्रिक्स अवॉर्ड

कान्स फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता या अभिनेत्री के तौर पर अवॉर्ड जीतने वाली अनसूया पहली भारतीय बन गई हैं।

दुनिया के सर्वाधिक प्रतिष्ठित कान्स फिल्म फेस्टिवल (Cannes Film Festival) में इस बार भारत और भारतवंशियों का जलवा दिखा। कान्स फिल्म फेस्टिवल में भारतीय कलाकारों, फिल्म निर्माताओं ने कई अवॉर्ड जीते हैं। इसमें पायल कपाड़िया की फिल्म ‘All We Imagine As Light’ को ग्रैंड प्रिक्स अवॉर्ड मिला है। इसके साथ ही सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए अनसूया सेनगुप्ता को भी अवॉर्ड दिया गया। वो कान्स में अवॉर्ड जीतने वाली पहली भारतीय बनी हैं।

अभिनय में अनसूया सेनगुप्ता का जलवा

द शेमलेस में अभिनय के लिए कोलकाता की अनसूया सेनगुप्ता को अन-सर्टेन रिगार्ड्स प्राइज दिया गया है। उन्हें ये अवॉर्ड सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के तौर पर दिया गया। कान्स फिल्म फेस्टिवल में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता या अभिनेत्री के तौर पर अवॉर्ड जीतने वाली अनसूया पहली भारतीय बन गई हैं। फिल्म का निर्देशन और लेखन बुल्गेरियन फिल्मकार कोंसतान्तिन बोजानोव ने किया है। फिल्म की कहानी रेणुका नाम की लड़की के इर्द-गिर्द बुनी गई है, जो एक पुलिस ऑफिसर को मारने के बाद दिल्ली के वेश्यालय से भाग जाती है।

पायल कपाड़िया की फिल्म ने रचा इतिहास

कान्स फिल्म फेस्टिवल 2024 में फिल्ममेकर पायल कपाड़िया ने इतिहास ही रच दिया है। उन्होंने ‘ऑल वी इमेजिन एज लाइट’ के लिए ग्रैंड प्रिक्स का खिताब अपने नाम किया है। पायल कपाड़िया के निर्देशन की पहली फिल्म ने तीन दशकों में पहली भारतीय फिल्म के रूप में कान्स में अपनी जगह बनाई थी और फिर अवॉर्ड जीतकर इतिहास ही रच दिया। जो लोग नहीं जानते हैं उन्हें बता दें कि ‘ग्रांड प्रिक्स पाल्मे डी’ अवॉर्ड फिल्म फेस्टिवल का दूसरा सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है।

पायल कपाड़िया की ‘ऑल वी इमेजिन एज लाइट’ एक मलयालम-हिंदी भाषा की फिल्म है। यह दो युवा महिलाओं, प्रभा और अनु के जीवन की कहानी है और उनके जीवन की जटिलताओं को दिखाती है। प्रभा मुंबई की एक मेहनती नर्स है, जो अपने अलग हो चुके पति से अचानक मिले गिफ्ट से अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में कठिनाईयां महसूस करती है। वहीं, उसकी रूममेट अनु अपने प्रेमी के साथ रहने के लिए हलचल भरे शहर में निजता ढूंढने के लिए संघर्ष से गुजरती है।

भारत के लिए खास रहा है इस साल का फेस्टिवल

कान्स फिल्म फेस्टिवल 2024 भारत के लिए खास रहा है। इसमें श्याम बेनेगल की फिल्म ‘मंथन’ की रिलीज के 48 साल बाद स्पेशल स्क्रीनिंग हुई। वहीं, कान्स में इस साल ‘सनफ्लॉवर्स वर द फर्स्ट वन्स टू नो’ और ‘बनीहुड’ को ला सिनेफ सेलेक्शन में पहला और तीसरा स्थान मिला। ‘सनफ्लॉवर्स वर द फर्स्ट वन्स टू नो’ एक कन्नड़ शॉर्ट फिल्म है, जिसे चिदानंद नायक ने डायरेक्ट की है, जबकि ‘बनीहुड’ को मानसी महेश्वरी ने डायरेक्ट किया है।

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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