Saturday, April 27, 2024
Homeविविध विषयभारत की बातभारतीय वायुसेना में कमीशन पाने पर चीफ से मिले 'विंग्स', गौरव का क्षण

भारतीय वायुसेना में कमीशन पाने पर चीफ से मिले ‘विंग्स’, गौरव का क्षण

ये लम्हा यादगार इसलिए भी बन गया क्योंकि इस दौरान फ्लाइंग ऑफ़िसर नवीन कुमार रेड्डी की माता-पिता भी मौजूद थे। फ्लाइंग ऑफ़िसर नवीन कुमार रेड्डी के पिता जी पुल्ला रेड्डी भारतीय सेना में सूबेदार रैंक के पद पर हैं।

भारतीय वायुसेना में फ्लाइंग ऑफ़िसर के पद पर कमीशन पाने पर जी नवीन कुमार रेड्डी को वायु सेना प्रमुख बीएस धनोआ ने ऐसे नायाब तोहफ़े से नवाज़ा कि वो ज़िंदगी भर इस लम्हे को नहीं भूल सकेंगे। 15 जून 2019 को हैदराबाद के पास डुंडीगल स्थित वायु सेना अकादमी से बेहद मुश्किल ट्रेनिंग पास करने के बाद नवीन कुमार रेड्डी भारतीय वायु सेना में कमीशन पाकर फ्लाइंग ऑफ़िसर बने। इस मौक़े पर भारतीय वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल धनोआ ने अपनी वर्दी पर से अपने विंग्स निकालकर जी नवीन कुमार रेड्डी के सीने पर सजा दिए। इस ख़ास मौक़े पर वायु सेना प्रमुख ने कहा, “मैं सितंबर में अपनी वर्दी उतार रहा हूँ तो मेरे विंग्स एक युवक के लिए दे रहा हूँ ताकि वो फ्लाइंग की चुनौतियों और कसौटियों पर खरा उतर सके।”

ग़ौरतलब है कि भारतीय सेना प्रमुख बीएस धनोवा सितंबर में रिटायर हो रहे हैं। फ्लाइंग ऑफ़िसर नवीन कुमार रेड्डी को वायु सेना अकादमी के इस बैच में स्वॉर्ड ऑफ ऑनर मिला। आपको बता दें कि यह सम्मान उस कैडेट को दिया जाता है जिसने पूरी ट्रेनिंग के दौरान हर क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया हो। इसमें राष्ट्रपति की तरफ से सम्मान पट्टिका के साथ वायु सेना प्रमुख के हाथों एक तलवार भी मिलती है। विंग्स किसी कैडेट को तब मिलते हैं जब वो वायु सेना में कमीशन पाता है। इसे वर्दी पर सामने पहना जाता है।

ये लम्हा यादगार इसलिए भी बन गया क्योंकि इस दौरान फ्लाइंग ऑफ़िसर नवीन कुमार रेड्डी की माता-पिता भी मौजूद थे। फ्लाइंग ऑफ़िसर नवीन कुमार रेड्डी के पिता जी पुल्ला रेड्डी भारतीय सेना में सूबेदार रैंक के पद पर हैं। अपने बेटे की इस सफलता पर उन्होंने कहा कि उनकी दिल्ली तमन्ना थी कि उनका बेटा भारतीय सेना में अफ़सर बने। इसी वजह से उन्होंने अपने बेटे को आंध्र प्रदेश के विजियानगर ज़िले के कोरूकोंडा सैनिक स्कूल भर्ती कराया था।

Special coverage by OpIndia on Ram Mandir in Ayodhya

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

लोकसभा चुनाव 2024: बंगाल में हिंसा के बीच देश भर में दूसरे चरण का मतदान संपन्न, 61%+ वोटिंग, नॉर्थ ईस्ट में सर्वाधिक डाले गए...

छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के 102 गाँवों में पहली बार लोकसभा के लिए मतदान हुआ।

‘इस्लाम में दूसरे का अंग लेना जायज, लेकिन अंगदान हराम’: पाकिस्तानी लड़की के भारत में दिल प्रत्यारोपण पर उठ रहे सवाल, ‘काफिर किडनी’ पर...

पाकिस्तानी लड़की को इतनी जल्दी प्रत्यारोपित करने के लिए दिल मिल जाने पर सोशल मीडिया यूजर ने हैरानी जताते हुए सवाल उठाया है।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -

हमसे जुड़ें

295,307FansLike
282,677FollowersFollow
417,000SubscribersSubscribe