‘द कश्मीर फाइल्स’ (The Kashmir Files) ने कश्मीर में हिंदुओं के नरसंहार की कई दबी कहानियों को स्वर देने का काम किया है। विवेक अग्निहोत्री की इस फिल्म के रिलीज होने के बाद लोग खुद सामने आकर दुनिया के साथ आपबीती साझा कर रहे हैं। इस बीच अग्निहोत्री ने एक लेटर ट्विटर पर शेयर किया है। इसके जरिए उन्होंने यह बताने की कोशिश है कि उस वक्त कश्मीर के हिंदुओं को किस तरह धमकाया जा रहा था।
विवेक अग्निहोत्री द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर किए गए पत्र में लिखा है, “तुम आईबी हो। तुम्हारी पत्नी आईबी है। हम सभी को मार डालेंगे। तुम्हारे 3 बेटे, 2 बहू और उनके बच्चे। श्रीनगर आओ, तुम्हारी हत्या कर दी जाएगी। सावधान रहो, तुम दुश्मन हो।” बता दें कि ये पत्र उस वक्त का है जब कश्मीर में पंडितों पर अत्याचार हो रहा था। लोगों को सरेआम धमकियाँ दी जा रही थी। उन्हें भारत सरकार का जासूस बताया जा रहा था।
Thank you @PMOIndia @narendramodi ji for reminding everyone about India’s greatest value – The Truth. This is the TRUTH of Kashmir. If someone disputes this, I can present 1000s of original documents like this.
— Vivek Ranjan Agnihotri (@vivekagnihotri) March 15, 2022
सत्यमेव जयते। pic.twitter.com/amjHw78FJh
इस लेटर को शेयर करते हुए अग्निहोत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी आभार जताया है। उन्होंने लिखा है, “शुक्रिया पीएमओ इंडिया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी भारत के सबसे बड़े मूल्य– सत्य के बारे में सभी को याद दिलाने के लिए। यही कश्मीर की सच्चाई है। अगर कोई इस पर विवाद करता है, तो मैं इस तरह के हजारों मूल दस्तावेज पेश कर सकता हूँ। सत्यमेव जयते।”
बता दें कि खुद पीएम मोदी भी इस फिल्म की तारीफ कर चुके हैं। उन्होंने कहा था कि ऐसी फिल्में कई बार बनाई जानी चाहिए। बीजेपी संसदीय दल की बैठक में पीएम मोदी ने ‘द कश्मीर फाइल्स’ का जिक्र करते हुए इसके डायरेक्टर को निडर भी बताया था। पीएम ने कहा था कि जो लोग हमेशा फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन के झंडे लेकर घूमते हैं, वह पूरी जमात बौखला गई है। इस फिल्म की तथ्यों और आर्ट के आधार पर विवेचना करने के बजाय उसको हतोत्साहित करने की मुहिम पूरे इको-सिस्टम ने चला रखी है।
गौरतलब है कि द कश्मीर फाइल्स में आतंकी कमांडर फारूक मलिक डार उर्फ बिट्टा कराटे की भूमिका निभाने वाले चिन्मय मंडेलकर ने कहा था, “जब मैंने पहली बार स्क्रिप्ट पढ़ी तो चौंक गया था। द कश्मीर फाइल्स को देखने के बाद लोग अब जो महसूस कर रहे हैं, वही मैंने स्क्रिप्ट पढ़ने के बाद अनुभव किया। मैंने विवेक से पूछा- क्या यह सब सच है? क्या वास्तव में ऐसा हुआ है? उन्होंने बहुत ही शांत स्वर में मुझसे कहा- स्क्रिप्ट में जो कुछ भी लिखा गया है वह वास्तव में जो हुआ है उसका सिर्फ 35 प्रतिशत है, क्योंकि वास्तव में जो हुआ है वह कहीं अधिक क्रूर है।”