Saturday, July 27, 2024
Homeविविध विषयअन्य'कोहली के बिना इनका क्या होगा... ऑस्ट्रेलिया 4-0 से जीतेगा': 5 बड़बोले, जिनकी आश्विन...

‘कोहली के बिना इनका क्या होगा… ऑस्ट्रेलिया 4-0 से जीतेगा’: 5 बड़बोले, जिनकी आश्विन ने लगाई क्लास

किसी ने कहा कि विराट कोहली के बिना भारत का क्या होगा, तो किसी ने ऑस्ट्रेलिया के 4-0 से जीतने की भविष्यवाणी कर डाली। ये कहानी 5 बड़बोलों की है।

अब जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया में जाकर ही ऑस्ट्रेलिया को धूल चटा दिया है, आइए हम 5 बड़बोलों की बात करते हैं। ये वो 5 बड़बोले हैं, जिन्हें रविचंद्रन आश्विन ने अपने ताज़ा ट्वीट से आइना दिखाया है। हालिया सीरीज में 3 मैचों की 5 इन्निंग्स में 12 विकेट लेने वाले आश्विन अपने मुखर स्वभाव के लिए जाने जाते हैं। तीसरे टेस्ट मैच के दौरान जब ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टीम पेन ने उन्हें गाबा में आने की धमकी दी, तो आश्विन ने भी उन्हें उसी अंदाज़ में जवाब दिया।

उन बड़बोलों में सबसे पहले बात माइकल क्लार्क की। उन्होंने कहा था, “क्या आप सोच सकते हैं कि विराट कोहली के बिना इस बल्लेबाजी क्रम के साथ भारत अगले दो मैचों में किस तरह का प्रदर्शन करने वाला है?” उन्होंने भविष्यवाणी की थी कि भारत का बल्लेबाजी क्रम गहरी मुसीबत में है। लेकिन, अंतिम मैच में भारत ने दोनों पारियों में कुल मिला कर 665 रन बनाए और क्लार्क सहित सभी बड़बोलों को जवाब दे दिया।

अब बात करते हैं रिकी पोंटिंग की, जिनकी आजकल की कमाई का एक बड़ा हिस्सा भारत से मिलता है क्योंकि वो दिल्ली कैपिटल्स के मुख्य कोच हैं। वही ‘दिल्ली कैपिटल्स’ जिसके बल्लेबाज ऋषभ पंत ने ऑस्ट्रेलिया के मुँह से जीत छीन लिया। पोंटिंग ने कहा था कि विराट कोहली नहीं हैं तो ऑस्ट्रेलिया इस सीरीज में व्हाइटवॉश भी कर सकता है। एक हार के बाद भारतीय टीम को ऊपर उठाने के लिए कोई नहीं है, ऐसा उनका मानना था। 4-0 का सपना देख रहे पोंटिंग का ऑस्ट्रेलिया 1-2 से हार गया।

जैसा कि सचिन तेंदुलकर ने कहा, हमें हर सेशन में एक नया हीरो देखने को मिला। तीसरे बड़बोले भी ऑस्ट्रेलिया के ही पूर्व कप्तान हैं, जिनका नाम है मार्क वॉ। उन्होंने कहा था, “मुझे तो लग ही नहीं रहा है वो (भारत) कैसे इस सीरीज में वापस आएँगे, खासकर एडिलेड में तीन दिनों में ही मिली इस तरह की हार के बाद।” उन्होंने भी 4-0 से ऑस्ट्रेलिया के सीरीज जीतने की भविष्यवाणी कर डाली थी, लेकिन गलत साबित हुए।

चौथे बड़बोले हैं माइकल बेवन, जिन्होंने कहा था कि ऑस्ट्रेलिया इस सीरीज में भारत को पूरी तरह दबा कर रख देगा। उन्होंने भी अपने साथियों की तरह की 4-0 वाली भविष्यवाणी को आगे बढ़ाया था। पूर्व विकेटकीपर ब्रैड हाडिन तो यहाँ तक कह बैठे कि एडिलेड में ही भारत के पास सीरीज जीतने का एक मौका था, जो उसे गँवा दिया। उन्होंने कहा था कि भारत के लिए अब नतीजे पलटना एकदम ही मुश्किल होगा।

लेकिन, इन सबकी भविष्यवाणी उलटी हो गई। आश्विन ने ‘लेफ्ट हैंड साइड (LHS) नॉट इक्वल टू राइट हैंड साइड (RHS)’ लिख कर इन पाँचों पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि अब OZ (ऑस्ट्रेलिया) टूर का समापन हो रहा है। साथ ही आश्विन ने पिछले एक सप्ताह से मिले प्यार और समर्थन के लिए लोगों का आभार जताया। इसीलिए कहते हैं, क्रिकेट हो या राजनीति, ज्यादा बोलना और पक्षपाती ढंग से विश्लेषण बुरा होता है।

इस सीरीज में चेतश्वर पुजारा भी चमके। चौथे टेस्ट मैच के दौरान 11 बार गेंद से उनके शरीर को निशाना बनाया गया या फिर शरीर पर आकर लगी, लेकिन वो टस से मस नहीं हुए। सीरीज उनके लिए बल्ले से बहुत अच्छा न रहने के बावजूद वो सबसे ज्यादा रन बनाने वालों में चौथे नंबर पर हैं। उन्होंने 33.88 के औसत से 426 रन बनाए। भारत की तरफ से उनसे ज्याद रन सिर्फ ऋषभ पंत ने बनाया। शुभमण गिल के रूप में भारत को एक नया टेस्ट बल्लेबाज मिला।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

एनडीटीवी हो या 'द वायर', इन्हें कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

प्राइवेट सेक्टर में भी दलितों एवं पिछड़ों को मिले आरक्षण: लोकसभा में MP चंद्रशेखर रावण ने उठाई माँग, जानिए आगे क्या होंगे इसके परिणाम

नगीना से निर्दलीय सांसद चंद्रशेखर आजाद ने निजी क्षेत्रों में दलितों एवं पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण लागू करने के लिए एक निजी बिल पेश किया।

‘तुम कोटा के हो ब#$द… कोटा में रहना है या नहीं तुम्हें?’: राजस्थान विधानसभा में कॉन्ग्रेस विधायक ने सभापति और अधिकारियों को दी गाली,...

राजस्थान कॉन्ग्रेस के नेता शांति धारीवाल ने विधानसभा में गालियों की बौछार कर दी। इतना ही नहीं, उन्होंने सदन में सभापति को भी धमकी दे दी।

प्रचलित ख़बरें

- विज्ञापन -