Friday, March 29, 2024
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सुरेश अंगड़ी: पहले केन्द्रीय मंत्री, जिनकी मृत्यु कोरोना वायरस की वजह से हुई, लगातार 4 बार रहे सांसद

“सुरेश अंगड़ी एक अप्रत्याशित कार्यकर्ता थे, जिन्होंने संगठन को कर्नाटक में मजबूत बनाने के लिए बहुत प्रयास किए थे। वह एक समर्पित सांसद और प्रभावशाली मंत्री थे, जिन्हें हर जगह पसंद किया जाता था।"

केन्द्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी का बुधवार 23 सितंबर 2020 को नई दिल्ली में निधन हो गया। उनकी उम्र 65 साल थी। 11 सितंबर को कोविड-19 की जाँच कराने के बाद यह बात सामने आई थी कि वह कोरोना पॉजिटिव हैं।

सुरेश अंगड़ी ने खुद इस बात की जानकारी अपने ट्विटर हैंडल पर साझा की थी और तब तक उनकी हालत बेहतर थी। इसके बाद उनकी स्थिति बिगड़ने पर उन्हें दिल्ली स्थित एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था। अंत में बुधवार की रात 8 बजे एम्स में उनका निधन हो गया। 

वह पहले ऐसे केन्द्रीय मंत्री हैं, जिनकी मृत्यु कोरोना वायरस की वजह से हुई है। इसके अलावा वो कर्नाटक के ऐसे दूसरे सांसद हैं, जिनकी मृत्यु का कारण कोरोना वायरस है। उनके पहले भारतीय जनता पार्टी के सांसद अशोक गस्ती की पिछले हफ्ते कोरोना वायरस की वजह से मौत हो चुकी थी। पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन बीते 31 अगस्त को हुआ था और वह भी कोरोना वायरस से संक्रमित थे। 

केन्द्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी कर्नाटक की बेलागावी सीट से 4 बार सांसद रह चुके थे। उन्होंने साल 2004, 2009, 2014 और 2019 में लोकसभा चुनाव जीता था। उनका जन्म 1 जून साल 1955 को बेलागावी स्थित कोप्पा गाँव के लिंगायत परिवार में हुआ था। उनके माता-पिता का नाम सोमाव्वा और छन्नाबसप्पा अंगड़ी था। उन्होंने बेलागावी के एसएसएस समिति कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स से स्नातक किया था। इसके अलावा उन्होंने बेलगावी के ही लखमगौड़ा विधि कॉलेज से वकालत की पढ़ाई पूरी की। 

सुरेश अंगड़ी मूल रूप से व्यवसायी थे। उनका राजनीतिक यात्रा तब शुरू हुई, जब उन्हें पहली बार बेलागावी का जिलाध्यक्ष घोषित किया गया। इसके कुछ ही समय बाद साल 2004 में उन्हें बेलागावी संसदीय क्षेत्र से लोकसभा चुनाव का टिकट दिया गया। संगठन ने जिस तरह उन पर भरोसा जता कर बड़ी ज़िम्मेदारी दी थी, ठीक वैसे ही उन्होंने संगठन को निराश नहीं किया। वह 2009, 2014 और 2019 में लगातार बेलागावी संसदीय क्षेत्र से सांसद चुन कर आए। 

सुरेश अंगड़ी शिक्षाविद भी थे। बेलागावी स्थित ‘सुरेश अंगड़ी एजुकेशन फ़ाउंडेशन’ की देख-रेख भी करते थे। उन्होंने कर्नाटक और बेंगलुरु के लिए भी कई बड़ी योजनाएँ सोच रखी थीं। उन्होंने बेंगलुरु में उपनगरीय रेलवे प्रोजेक्ट तैयार कराने में भी अहम भूमिका निभाई थी। ख़बरों के मुताबिक़ यह रेलवे प्रोजेक्ट पिछले काफी समय से लंबित पड़ा हुआ था।

जैसे ही सुरेश अंगड़ी के निधन की ख़बर सामने आई, वैसे ही संगठन के तमाम मंत्रियों ने संवेदना और श्रद्धांजलि व्यक्त की। उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटियाँ हैं। 

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस समाचार पर दुःख जाहिर किया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, “केन्द्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी के निधन का समाचार दुखद है। एक ऐसे कुशल नेता, जिन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र बेलागावी और कर्नाटक के लिए बहुत परिश्रम और संघर्ष किया था।” 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें एक अप्रत्याशित कार्यकर्ता बताया। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा, “सुरेश अंगड़ी एक अप्रत्याशित कार्यकर्ता थे, जिन्होंने संगठन को कर्नाटक में मज़बूत बनाने के लिए बहुत प्रयास किए थे। वह एक समर्पित सांसद और प्रभावशाली मंत्री थे, जिन्हें हर जगह पसंद किया जाता था। उनका ऐसे जाना निराशाजनक है। इस दुःख की घड़ी में मेरी संवेदनाएँ उनके परिवार के साथ हैं। ॐ शान्ति।” इसके बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सुरेश अंगड़ी के साथ एक चित्र भी साझा किया। 

गृहमंत्री अमित शाह ने भी इस ख़बर पर शोक व्यक्त करते हुए बताया कि सुरेश अंगड़ी कितने समर्पित और कर्मठ नेता थे। 

पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने ट्वीट करते हुए लिखा, “मैं केन्द्रीय रेल राज्य मंत्री और 4 बार सांसद रह चुके सुरेश अंगड़ी के इस तरह जाने से बहुत दुखी हूँ। वह मेरे छोटे भाई जैसे थे, मेरे लिए यह ख़बर मन तोड़ने जैसी है। देश की इस पीड़ा को सहन कर पाना नामुमकिन है।” 

केन्द्रीय रेल मंत्री पियूष गोयल ने भी सुरेश अंगड़ी की मृत्यु पर दुःख व्यक्त किया। 

इसके बाद भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिखा, “केन्द्रीय मंत्री सुरेश अंगड़ी जी के निधन की जानकारी से बहुत दुखी हूँ। वह एक उल्लेखनीय नेता थे और उन्होंने संगठन के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया था। वह ऐसे नेताओं में से थे, जो समाज के लिए भी हमेशा खड़े रहते थे। कष्ट के इस दौर में मेरी संवेदनाएँ उनके परिवार के साथ हैं।” 

भाजपा की वरिष्ठ नेता शोभा करंदलजे ने ट्वीट करते हुए लिखा यह उनके लिए निजी क्षति जैसा था। उन्होंने लिखा, “इस दुःख को शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता है कि हमारे नेता, अच्छे मित्र और मेहनत करने वाले विनम्र मंत्री हमारे बीच नहीं रहे। यह मेरे लिए निजी क्षति है, मैं प्रार्थना करती हूँ कि उनकी आत्मा को सद्गति प्राप्त हो।” 

इसके बाद राज्यसभा सांसद राजीव चंद्रशेखर ने भी इस घटना को पीड़ादायक और निराशाजनक बताया। 

गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने भी ट्वीट किया और लिखा, “केन्द्रीय मंत्री सुरेश अंगड़ी के निधन का समाचार मिलने से हैरान और दुखी हूँ। सरकार, कर्नाटक की जनता और संगठन के लिए इस हानि की भरपाई असम्भव है। महामारी के दौरान उनकी सेवा अभी तक हमारे ज़हन में ज़िंदा है, मेरी पूरी संवेदनाएँ उनके परिवार के साथ हैं।”  

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ऑपइंडिया स्टाफ़
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कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

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