CAA के नाम पर दिल्ली जामिया नगर इलाके में पिछले वर्ष 15 दिसंबर को हुई हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने जाँच के बाद और शरजील इमाम के कबूलनामे के बाद कोर्ट में चार्जशीट दायर की है। इस चार्जशीट में 100 गवाहों के बयानों और CCTV फुटेजों को भी शामिल किया गया है। इस मामले में अभी तक 17 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
दिल्ली पुलिस ने 15 दिसंबर को जामिया नगर इलाके के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में हुई हिंसा को लेकर 15 फरवरी को एक चार्जशीट दायर कर दी थी। चार्जशीट में हिंसा भड़काने और लोगों के एकत्र करने के मामले में शरजील को भी आरोपी बनाया गया है। वहीं दिल्ली पुलिस को हिंसा मामले में की गई जाँच में 3.2 मिमी पिस्टल का एक खाली कारतूस भी मिला है। चार्जशीट में किसी छात्र का नाम शामिल नहीं किया गया है।
Delhi Police: Delhi Police filed chargesheet in 15Dec’19 Jamia-New Friends violence case on Feb13. Sharjeel Imam’s name mention in chargesheet as an instigator. Probe reveals,empty bullet cartridges found during violence belonging to a 3.2 mm pistol. No students chargesheeted.
— ANI (@ANI) February 18, 2020
वहीं मामले में दिल्ली पुलिस ने अब तक कुल 17 गिरफ्तारियाँ की हैं, जिनमें 9 न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी से, जबकि 8 गिरफ्तारियाँ जामिया इलाके से की गई हैं। इस मामले में PFI की भूमिका के बारे में भी दिल्ली पुलिस जाँच कर रही है।
Delhi Police: So far 17 arrests have been made in the case- 9 from New Friends Colony and 8 from Jamia area, all of them are locals. PFI’s role is also being examined. https://t.co/ljPy58nqbb
— ANI (@ANI) February 18, 2020
दिल्ली पुलिस ने आरोपपत्र में कहा है कि जामिया और न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी इलाके में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा में कुल 97 लोग घायल हुए थे। पुलिस ने यह भी बताया गया है कि इस दौरान 47 पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे। घायलों में आम लोगों के अलावा कई छात्र भी शामिल थे। दिल्ली पुलिस ने कोर्ट को 100 गवाहों की सूची और उनके बयानों की कॉपी के साथ, सीसीटीवी फुटेज, आरोपितों और अन्य संदिग्धों की फोन कॉल डिटेल और कुछ तस्वीरें भी साक्ष्य के तौर पर पेश किया है।
दूसरी ओर दिल्ली की साकेत कोर्ट ने देशद्रोह के आरोपित और JNU के छात्र शरजील इमाम को 14 दिन के लिए न्यायायिक हिरासत में भेज दिया है। दरअसल CAA विरोध के नाम पर शरजील ने जामिया और AMU में आयोजित धरने पर भड़ाकाऊ भाषण दिए थे। इन भाषणों के खिलाफ में पाँज राज्यों में मुकदमा दर्ज किए गए। वहीं दिल्ली पुलिस ने पिछले महीने शरजील को बिहार के मुजफ्फरपुर से गिरफ्तार किया था।
गिरफ्तारी के बाद पुलिस पूछताछ में शरजील ने स्वीकार किया कि उसके वीडियो से कोई छेड़छाड़ नहीं की गई। शरजील ने यह भी कबूल किया कि देश में दंगा भड़काने के लिए उसने युवाओं से सड़कों पर उतरने की अपील की थी साथ ही शरजील ने जामिया में हुई हिंसा में भी अपने साथियों के साथ हिस्सा लिया था।
दिल्ली पुलिस द्वारा कोर्ट में शरजील के खिलाफ चार्जशीट दायर करने के बाद अब सवाल खड़ा होता है कि क्या दिल्ली की केजरीवाल सरकार इसके लिए क्या परमिशन देगी? क्योंकि इससे पहले भी देशद्रोह के आरोपित कन्हैया कुमार और उमर खालिद के खिलाफ चार्जशीट की फाइल को अभी तक केजरीवाल सरकार आगे नहीं बढ़ा सकी है।
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