जम्मू-कश्मीर में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक 33 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 13 शनिवार (मार्च 28, 2020) को सामने आए। इनमें से 31 सक्रिय मामले हैं। एक मरीज ठीक हो गया है और एक की मृत्यु हो गई है। जम्मू-कश्मीर के प्लानिंग सचिव रोहित कंसल ने बताया कि सरकार हर एक मामले को ट्रेस करने में लगी हुई है और सभी मरीजों से एक-एक कर संपर्क किया जा रहा है। उन्होंने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि कश्मीर के 11 मामले एक मजहबी फंक्शन के कारण हुए।
We have found that 11 of the positive cases in the Kashmir division could be traced to a single religious congregation. Another 6 cases could be traced to another group which had travelled to Saudi Arabia: Rohit Kansal, Principal Secretary-Planning, J&K https://t.co/A2ssLmxwZD
— ANI (@ANI) March 28, 2020
प्लानिंग सचिव ने बताया कि कुल मामलों में से 6 ऐसे हैं, जो सऊदी अरब गए थे। हालाँकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि ये मजहबी फंक्शन कहाँ पर हुआ था। पूरे भारत में अब तक कोरोना वायरस के 918 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 79 ठीक हो गए हैं, वहीं 19 की मृत्यु हुई है। फ़िलहाल देश में कुल 819 सक्रिय मामले हैं। इनमें से 108 मामले तो आज ही मिले हैं। दिल्ली से मजदूरों के यूपी-बिहार पलायन से कई लोगों के मन में शंका है कि भारत में हालात और बिगड़ सकते हैं।
जम्मू-कश्मीर में जिस व्यक्ति की कोरोना वायरस के कारण मौत हुई है, वो भी मजहबी प्रचारक ही था। 65 वर्षीय मौलवी की मौत श्रीनगर चेस्ट हॉस्पिटल में हुई। जिस मजहबी कार्यक्रम की बात प्लानिंग सचिव कर रहे थे, उसमें ये मौलवी भी उपस्थित था। एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि वो जाँच में सहयोग भी नहीं कर रहा था। उसने स्क्रीनिंग के लिए भी इनकार कर दिया था। पुलिस अन्य मरीजों को ट्रेस करने में लगी हुई है।