Tuesday, July 8, 2025
Homeदेश-समाजकाशी के 125 वर्षीय योग गुरु स्वामी शिवानंद को राष्ट्रपति कोविंद ने पद्मश्री पुरस्कार...

काशी के 125 वर्षीय योग गुरु स्वामी शिवानंद को राष्ट्रपति कोविंद ने पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया, PM मोदी भी हुए नतमस्तक: देखें वीडियो

योग गुरु शिवानंद ने दो बार झुककर राष्ट्रपति को दंडवत प्रणाम किया। यह दृश्य देख राष्ट्रपति कोविंद भी अपनी कुर्सी से उठ खड़े हुए और आगे बढ़कर स्वामी शिवानंद को उठाया और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने सोमवार (22 मार्च 2022) को राष्ट्रपति भवन में आयोजित पुरस्कार समारोह में काशी के 125 वर्षीय योग गुरु स्वामी शिवानंद (Swami Sivananda) समेत कई हस्तियों को पद्म पुरस्कारों से सम्‍मानित किया।

राष्ट्रपति भवन में सम्मान समारोह के दौरान जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने योग गुरु स्वामी शिवानंद को पद्मश्री से सम्मानित करने के लिए उनके नाम की घोषणा की, तो वह बड़ी ही फुर्ती के साथ अपनी कुर्सी से उठे और तीन बार अपना शीश झुकाया। सबसे पहले उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के सामने शीश झुकाया। इस दौरान PM ने भी कुर्सी से उठकर स्वामी शिवानंद को प्रणाम किया। इस मौके पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू और गृह मंत्री अमित शाह समेत कई नेता उनके सम्मान में अपनी कुर्सी से उठ गए थे और तालियों से उनका अभिवादन किया।

इसके बाद योग गुरु शिवानंद ने दो बार झुककर राष्ट्रपति को दंडवत प्रणाम किया। यह दृश्य देख राष्ट्रपति कोविंद भी अपनी कुर्सी से उठ खड़े हुए और आगे बढ़कर स्वामी शिवानंद को उठाया और पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया। बताया जाता है कि बाबा शिवानंद कबीरनगर इलाके के रहने वाले हैं, वह 125 साल की उम्र में भी पूरी तरह से स्वस्थ हैं।

जानकारी के मुताबिक, स्वामी शिवानंद की जन्मतिथि आधार कार्ड पर 8 अगस्त 1896 दर्ज है। उनका जन्म बंगाल के श्रीहट्टी जिले में हुआ था। भूख की वजह से माता-पिता की मौत होने के कारण वह आधा पेट भोजन ही करते हैं। माता-पिता की मौत के बाद वह बंगाल से काशी आ गए और यहाँ पर गुरु ओंकारानंद से दीक्षा ली। 1925 में अपने गुरु के आदेश पर वह दुनिया भ्रमण पर निकले और करीब 34 साल तक देश-विदेश घूमते रहे।

बता दें कि पद्म पुरस्कार तीन श्रेणियों में प्रदान किए जाते हैं। पहला पद्म विभूषण, दूसरा पद्म भूषण और तीसरा पद्म श्री। आज दो हस्तियों को पद्म विभूषण, आठ को पद्म भूषण और 54 को पद्म श्री से सम्‍मानित किया गया।

Join OpIndia's official WhatsApp channel

  सहयोग करें  

'द वायर' जैसे राष्ट्रवादी विचारधारा के विरोधी वेबसाइट्स को कभी पैसों की कमी नहीं होती। देश-विदेश से क्रांति के नाम पर ख़ूब फ़ंडिग मिलती है इन्हें। इनसे लड़ने के लिए हमारे हाथ मज़बूत करें। जितना बन सके, सहयोग करें

ऑपइंडिया स्टाफ़
ऑपइंडिया स्टाफ़http://www.opindia.in
कार्यालय संवाददाता, ऑपइंडिया

संबंधित ख़बरें

ख़ास ख़बरें

जिस पुलवामा अटैक में बलिदान हुए 40 CRPF जवान, उसके लिए विस्फोटक Amazon से आया: FATF का खुलासा, बताया- गोरखनाथ मंदिर पर हमला करने...

FATF ने ऑनलाइन टेरर फंडिंग को लेकर खुलासा किया कि पुलवामा आतंकी हमले के लिए अमेजन से खरीदा गया विस्फोट और ऑनलाइन पेमेंट की गई

RJD के बिहार बंद का मतलब- गुंडई की छूट, क्या चुनाव से पहले राज्य को हिंसा की आग में झोंकना चाहते हैं राहुल गाँधी-तेजस्वी...

बिहार में विपक्षी दलों ने 9 जुला को बंद का ऐलान किया है। इस बंद का ऐलान चुनाव आयोग के मतदाता सूची के निरीक्षण के फैसले के खिलाफ किया गया है।
- विज्ञापन -