कानपुर कोर्ट ने कारोबारी पीयूष जैन को करोड़ों की कर चोरी और अघोषित संपत्ति मिलने के मामले में सोमवार (27 दिसंबर 2021) को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है। रविवार (26 दिसंबर 2021) रात को गिरफ्तार करने के बाद पीयूष जैन को सोमवार को रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया। इत्र कारोबारी के आवास पर छापेमारी में 284 करोड़ रुपए से अधिक का कैश, 26 किलोग्राम सोना और 600 किलोग्राम चंदन की लकड़ी बरामद हुई थी।
Kanpur court sent businessman Piyush Jain to 14 days judicial custody after raids at his residence led to the recovery of over Rs 194.45 crores of cash, 23 kg gold, 600 kg sandalwood pic.twitter.com/HhsqkrX2EX
— ANI (@ANI) December 27, 2021
डीजीजीआई ने बताया कि पीयूष जैन ने स्वीकार किया है कि रिहायशी परिसर से बरामद नकदी बिना जीएसटी के माल की बिक्री से जुड़ी है। उसे जीएसटी की धारा 132 में जेल भेजा जा रहा है।
Peeyush Jain has accepted that the cash recovered from the residential premises is related to the sale of goods without payment of GST. In view of the overwhelming evidences available on record indicating large scale evasion of GST by Odochem Industries, Kannauj: DGGI
— ANI (@ANI) December 27, 2021
उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने कन्नौज में ओडोकेम इंडस्ट्रीज के आवासीय/कारखाना परिसर की भी तलाशी ली है, जो अभी भी जारी है। कन्नौज में छापेमारी के दौरान अधिकारी आज करीब 17 करोड़ रुपए कैश बरामद करने में सफल रहे हैं।
DGGI officers have also searched the residential/factory premises of Odochem Industries at Kannauj which is in progress. During the searches at Kannauj, the officers have been able to recover an amount of about Rs 17 crores in cash: DGGI pic.twitter.com/ecNmInvtHz
— ANI (@ANI) December 27, 2021
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इत्र कारोबारी पीयूष जैन को सोमवार को जीएसटी इंटेलीजेंस अहमदाबाद की टीम ने शाम करीब चार बजे रिमांड मजिस्ट्रेट योगिता कुमार के न्यायालय में पेश किया। जीएसटी के विशेष अभियोजन अधिकारी अंबरीश टंडन ने कोर्ट में समस्त दस्तावेज पेश किए और आरोपित का जेल रिमांड माँगा। इस पर बचाव पक्ष के अधिवक्ता सुधीर मालवीय की ओर से आपत्ति जताते हुए रिमांड निरस्त करने की अपील की गई। दोनों पक्षों की लंबी बहस सुनने के बाद रिमांड मजिस्ट्रेट ने विशेष अभियोजन अधिकारी की बात से सहमति जताते हुए पीयूष जैन को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। इसके साथ ही न्यायालय ने बचाव पक्ष की अर्जी को खारिज कर दिया।
बता दें कि इस छापेमारी में उत्तर प्रदेश और गुजरात के GST (वस्तु एवं सेवा कर) अधिकारी भी शामिल हैं। पीयूष जैन के पास इतने पैसे थे कि उसने अपने घरों में भी कैश गिनने वाली मशीनें लगा रखी थीं। IT विभाग ने कुल 19 कैश काउंटिंग मशीनें इस काम में लगाई हैं। उसके ठिकानों से 250 किलोग्राम चाँदी और 25 किलोग्राम सोना भी कन्नौज स्थित आवास से जब्त किया गया है। पीयूष जैन लगभग 40 कंपनियों का मालिक है, जिनमें से 2 मध्य-पूर्व में स्थित हैं। पीयूष जैन के घरों से 300 चाभियाँ मिली हैं। कुछ लॉक्ड ताले अब भी नहीं टूटे हैं, जिस कारण विशेषज्ञों को बुलाया गया है।