UP के कानपुर में 3 जून 2022 (शुक्रवार) को हुई हिंसा के मुख्य आरोपित हयात जफर हाशमी की गिरफ्तारी के बाद कानपुर पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने प्रेस कॉन्फ़्रेंस की है। 4 जून 2022 (शनिवार) को हुई इस प्रेस कॉन्फ़्रेंस के दौरान उन्होंने बताया कि आरोपितों ने लखनऊ के एक यूट्यूब चैनल पर शरण ली थी। साथ ही उन्होंने हिंसा में शामिल आरोपितों पर NSA लगाते हुए उनके बैंक खातों की जाँच करवाए जाने का भी ऐलान किया है। दंगाइयों के PFI से जुड़े होने की भी आशंका जताई जा रही है।
इन सब के ख़िलाफ़ गैंगस्टर और NSA एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी और उनकी संपत्तियों को ज़ब्त किया जाएगा। कल 18 लोगों की गिरफ़्तारी हुई थी और आज 6 लोगों को गिरफ़्तार किया है: कानुपर पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा pic.twitter.com/M6KpKL05RB
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 4, 2022
IPS विजय सिंह मीणा के मुताबिक, “हिंसा में शामिल आरोपितों पर गैंगस्टर और NSA लगाया जाएगा। आरोपितों की सम्पत्तियों को जब्त किया जाएगा। कल से आज तक कुल 24 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार हुए लोगों के बैंक खातों की जाँच की जाएगी। उनके PFI या किसी अन्य संस्था से जुड़े होने के की भी पड़ताल की जाएगी। सभी को अदालत में पेश कर के 14 दिनों की पुलिस रिमांड ली जाएगी। अब तक की पूछताछ में आरोपितों ने अपने 5-6 सहयोगियों के नाम बता दिए हैं।”
सभी अभियुक्त मुकदमा दर्ज़ होने के बाद और गिरफ़्तारी से बचने के लिए लखनऊ में एक न्यूज़ चैनल के यूट्यूब ऑफिस में जाकर छिप गए थे। इनके पास से 6 मोबाइल फोन और कुछ दस्तावेज बरामद हुए हैं जिसकी जांच कराई जा रही है: कानुपर पुलिस आयुक्त विजय सिंह मीणा pic.twitter.com/frXDhmdJEi
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 4, 2022
पुलिस कमिश्नर कानपुर ने आगे बताया, “हिंसा के बाद आरोपित शहर छोड़ कर भाग गए थे। इसकी सूचना हमें मिली लेकिन हमने अपनी तलाश जारी रखी। सभी आरोपित FIR दर्ज हो जाने के बाद लखनऊ के एक न्यूज़ के यूट्यूब ऑफिस में छिप गए थे। हयात जफर को लखनऊ के हजरतगंज क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने वहाँ छापेमारी कर के इन सभी को गिरफ्तार कर लिया। इनके पास से आधे दर्जन मोबाइल फोन और कुछ कागजात मिले हैं। फोन और दस्तावेजों की जाँच की जा रही है।”
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यतीमखाना में हुई हिंसा पर पुलिस कमिश्नर विजय सिंह मीणा की #Pressconference
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कमिश्नर विजय सिंह मीणा ने आगे कहा, “हमें PFI से जुड़े कुछ लिंक मिले हैं। PFI ने मणिपुर और पश्चिम बंगाल में 3-6 का कुछ कॉल किया था। हमें यह सूचना मिली है कि PFI से कानपुर के आरोपितों का भी कोई लिंक है। हम इस पर जाँच कर रहे हैं। कुछ समय पहले CAA हिंसा में PFI के 5 लोग शामिल थे जिन पर भी हम जाँच कर रहे हैं। अगर उनकी कोई संलिप्तता पाई गई तो उन पर भी कड़ी कार्रवाई होगी। हम आरोपितों की फंडिंग स्रोत की तलाश कर रहे हैं।”
इंस्पेभीड़ ने रोक दिया था अस्पताल जा रहे मरीजों का रास्ता
कानपुर हिंसा की FIR पुलिस इंस्पेक्टर नवाब अहमद की तहरीर पर दर्ज हुई है। FIR में 38 आरोपित किए गए हैं। पुलिस इंस्पेक्टर द्वारा दी गई तहरीर के मुताबिक हयात जफर हाशमी द्वारा जाम किए गए रास्ते पर भीड़ ने अस्पताल में जाने वाले बीमार व्यक्तियों को भी रोक दिया गया था।